स्वाधीनता संग्राम में बापू के योगदान की अनदेखी करने की कवायद
एरिक हॉब्सबॉम का प्रसिद्ध कथन है कि (सांप्रदायिक) राष्ट्रवाद के लिए इतिहास उतना ही महत्वपूर्ण है जितनी अफ़ीमची के लिए अफीम। हमारे देश में दक्षिणपंथ [more…]
एरिक हॉब्सबॉम का प्रसिद्ध कथन है कि (सांप्रदायिक) राष्ट्रवाद के लिए इतिहास उतना ही महत्वपूर्ण है जितनी अफ़ीमची के लिए अफीम। हमारे देश में दक्षिणपंथ [more…]
वैसे तो हमारी आजादी मूलतः बीसवीं सदी में चले स्वतंत्रता आंदोलन का परिणाम थी। लेकिन 1857 का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम हमारी आजादी की लड़ाई के [more…]
2018 में, कर्नाटक के चुनाव में प्रधानमंत्री बीदर में अपनी चुनाव रैली कर रहे थे। उन्होंने कहा, “जब शहीद भगत सिंह, बटुकेश्वर दत्त और स्वातन्त्र्यवीर [more…]
हवा में रहेगी मेरे ख्यालों की बिजली ये मुश्ते ए खाक है फानी रहे रहे न रहे भगत सिंह एक ऐसा नाम जो खून में [more…]
आज़ादी के बाद के दशकों में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की एक रूढ़ छवि गढ़ दी गई। एक सेनानायक की छवि। सैनिक वेश-भूषा में, बूट [more…]
अंग्रेजों से आजादी दिलाने में सबसे पहले विरोध का बिगुल फूंकने वाले सिर्फ और सिर्फ आदिवासी ही हैं। भले ही उन्हें इतिहासकारों ने आजादी के [more…]