Thursday, December 7, 2023

Hindu Rashtra

संदीप पांडेय का लेख: हिंदुत्व की आक्रामक राजनीति ने खालिस्तान की मांग को हवा दी

भारत और कनाडा में विवाद बढ़ गया है। कनाडा का आरोप है कि भारत सरकार के एजेण्टों ने कनाडा के ब्रिटिश कोलम्बिया राज्य में भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित खालिस्तान टास्क फोर्स के कनाडाई नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या...

‘समान नागरिक संहिता’ के विरोध में नागालैंड के विधायकों का आवास जलाने की धमकी  

नागालैंड में गठित एक नए संगठन ने धमकी दी है कि अगर राज्य विधानसभा केंद्र के दबाव के आगे झुकती है और 'समान नागरिक संहिता' (यूसीसी) के समर्थन में विधेयक पारित करती है तो सभी 60 विधायकों के आधिकारिक...

शकुनि के पासों से खेलने की कमल (नाथ) छाप चतुराई

दो चुनाव पूर्व सर्वे में धमाकेदार पूर्वानुमान, शिवराज सिंह की जाहिर उजागर हड़बड़ी और बौखलाहट, भाजपा में असंतोष की खदबदाहट के बावजूद कमलनाथ बेचैन हैं और इस बेचैनी में वे इतने अकुलाये हुए हैं कि शकुनि के पासों से...

नफरत और सांप्रदायिक हिंसा : बदलता चरित्र

हाल (अप्रैल 2022) में देश के अलग-अलग हिस्सों में रामनवमी और हनुमान जयंती पर जो कुछ हुआ वह अत्‍यंत चिंताजनक है। रामनवमी पर गुजरात के खंबात और हिम्‍मत नगर, मध्‍यप्रदेश के खरगोन, कर्नाटक के गुलबर्गा, रायचूर व कोलार, उत्तर...

अस्पताल और ऑक्सीजन प्लांट नहीं बनवाए, लेकिन श्मशान का वादा पूरा किया!

भारत विविध है। विविधता भारत की आत्मा है। भौगोलिक, सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विविधता से बनता है भारत। इस विविधता को चकनाचूर करने वाला स्वयं ध्वस्त हो जाता है। भारत मूलतः एकाधिकारवाद के विरुद्ध खड़ा एक कालजयी कालखंड है।...

धर्मों के आधार पर अगर राष्ट्र बनते तो यूरोप ईसाई और अरब मुस्लिम राष्ट्र होते!

भारत का विभाजन दक्षिण एशिया के लिए एक बड़ी त्रासदी था। विभाजन के पीछे मुख्यतः तीन कारक थे– पहला, ब्रिटिश सरकार की फूट डालो और राज करो की नीति, दूसरा, हिन्दू साम्प्रदायिकता, जो भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहती...

लैला, ‘महान आर्यावर्त’ और देश के मौजूदा हालात

पिछले दिनों नेट फ्लिक्स पर एक वेब सीरीज लैला आई। ये सीरीज प्रयाग अकबर की किताब लैला पर बनी है। ये फ़िल्म हिंदू राष्ट्र की सत्ता को दर्शाती फ़िल्म है। भारत जिसका नाम अब भारत से बदलकर आर्यावर्त हो...

संघ और बीजेपी मिटा देना चाहते हैं मंडल राजनीति का नामोनिशान!

संघ जिस हिंदू राष्ट्र का स्वप्न देखता रहा है, उसके मार्ग में सबसे बड़ी बाधा हिंदुओं का वर्ण-जातियों में विभाजन रहा है। इस विभाजन का एक मुख्य राजनीतिक स्वर मंडलवादी राजनीति करने वाली पार्टियां रही हैं, जो अपने साथ हिंदुओं...

किताबें मत जलाइए, ऐसा इंतज़ाम कीजिए कि लोग उन्हें पढ़ ही न पाएं!

‘आप भले मेरी किताबें और यूरोप के सबसे उन्नत मस्तिष्कों की किताबें जला देंगे, लेकिन उन विचारों का क्या जो उन किताबों में समाई थीं और जो करोड़ों रास्तों से आगे बढ़ चुका है और बढ़ता ही रहेगा।’’-हेलेन केलर,...

यक़ीनन, अबकी बार बिहार पर है संविधान बचाने का दारोमदार

संघियों का एक ही एजेंडा है कि सांसद और विधानसभाओं को ख़रीदकर या सैद्धान्तिक रूप से ध्वस्त करके भारतीय लोकतंत्र और संविधान को पूरी तरह से संघ का ग़ुलाम बनाना! यही हिन्दू-राष्ट्र की वो परिकल्पना है जिसका ख़्वाब सावरकर...

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बाबा साहब के परिनिर्वाण दिवस पर लोकतन्त्र व संविधान की रक्षा का संकल्प  

लखनऊ। बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस (6 दिसंबर) पर  सरोजिनी नगर के रनियापुर में  "वर्तमान परिस्थिति...