Friday, March 29, 2024

Hinduism

बैंकॉक जाकर जागे, हिन्दू छोड़ आर्य को धावे

हिन्दू धर्म की धार्मिक परंपराओं में से एक यह भी है कि जब किसी तीर्थ स्थल पर जाया जाता है, या किसी को गुरु बनाया जाता है तब किसी एक वस्तु का त्याग कर दिया जाता है। जैसे जो भी...

जयंती पर विशेष: गांधी जी की हत्या के मूल में भारत विभाजन नहीं, बल्कि हिंदू राष्ट्र का दुष्ट इरादा था

महात्मा गांधी की हत्या के संदर्भ में उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे के समर्थक और हिंदुत्वादी नेता अक्सर यह दलील देते रहते हैं कि गांधी जी ने भारत के बंटवारे को रोकने का कोई प्रयास नहीं किया, उनकी वजह से...

क्या संघ का हृदय-परिवर्तन हो गया है?

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कल 26 सितंबर, 2023 को लखनऊ में एक कार्यक्रम में कहा "मुस्लिम भी हमारे ही हैं, संघ का कोई पराया नहीं, बस उनकी पूजा पद्धति बदल गई है। यह देश उनका...

संभाजी भिड़े के खिलाफ एफआईआर में देरी क्यों हुई, कोर्ट ने दिए जांच के आदेश

नई दिल्ली। मुंबई की पनवेल सत्र अदालत ने 19 अगस्त को नवी मुंबई के पुलिस आयुक्त को हिंदुत्ववादी नेता संभाजी भिड़े के खिलाफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) के तहत प्राथमिकी दर्ज करने में देरी के कारणों...

आजादी के आंदोलन की सभी उपलब्धियों को पलटा जा रहा है: शैली स्मृति व्याख्यान में विक्रम सिंह

भोपाल।"मौजूदा निज़ाम अपनी नीतियों से सिर्फ आवाम की मुश्किलें ही नहीं बढ़ा रहा है, वह स्वतंत्रता आंदोलन की ढांचागत, राजनैतिक और वैचारिक हर तरह की उपलब्धियों को भी पलट रहा है।" शैलेन्द्र शैली स्मृति व्याख्यान 2021 में बोलते हुए एसएफआई...

भारत में राजनीतिक दल सांप्रदायिकता को उत्प्रेरक के तौर पर इस्तेमाल करते रहे हैं!

भारत में जब भी सांप्रदायिकता की बात चलती है तो उसका आशय हिन्दू-मुस्लिम सम्बंधों में आपसी द्वेष एवं घृणा से ही लिया जाता है। यदि सांप्रदायिक समस्या के समाधान की भी बात की जाती है तो भी हिन्दू-मुस्लिम विरोध...

धर्मों के आधार पर अगर राष्ट्र बनते तो यूरोप ईसाई और अरब मुस्लिम राष्ट्र होते!

भारत का विभाजन दक्षिण एशिया के लिए एक बड़ी त्रासदी था। विभाजन के पीछे मुख्यतः तीन कारक थे– पहला, ब्रिटिश सरकार की फूट डालो और राज करो की नीति, दूसरा, हिन्दू साम्प्रदायिकता, जो भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहती...

हिंदू पाखंड को खंड-खंड करतीं ‘डॉक्टर अंबेडकर की पहेलियां’

डॉ. भीमराव आंबेडकर भारत के उन नेताओं में अग्रणी रहे, जिन्होंने देश के नव-निर्माण को नई दिशा दी। जोतीराव फुले द्वारा शूद्रों-अतिशूद्रों के प्रबोधीकरण के लिए तैयार की गई जमीन को उन्होंने न केवल सींचा, बल्कि उसमें आधुनिक विचारों...

दलित बर्बरताः अपराधियों का स्वागत न करने का विवेक

राजस्थान के नागौर में दलित युवकों के साथ की गई अमानवीय बर्बरता की कारुणिक चीख और रुदन कानों से जा ही नहीं रही है, लेकिन इस बर्बरता के बाद जब ये अपराधी घर पहुंचे होंगे, तो उनकी मांओं ने...

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ग्रेट निकोबार द्वीप की प्राचीन जनजातियों के अस्तित्व पर संकट, द्वीप को सैन्य और व्यापार केंद्र में बदलने की योजना

आज दुनिया भर में सरकारें और कॉर्पोरेट मुनाफ़े की होड़ में सदियों पुराने जंगलों को नष्ट कर रही हैं,...