Saturday, September 30, 2023

Indian Constitution

‘इंडिया’ का इस्तेमाल रोकने की सरकारी कवायद

यह संयोग ही है कि विपक्षी पार्टियों के ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायन्स) के नाम से एक मंच पर आने के बाद से भाजपा सरकार आधिकारिक दस्तावेजों में ‘इंडिया’ शब्द के इस्तेमाल से बच रही है और उसके...

वन नेशन-वन इलेक्शन: संसद को ‘भक्त जन समिति’ में बदलने की कवायद

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने संसद के विशेष सत्र का एजेंडा अभी तक सार्वजनिक नहीं किया है। लेकिन अंदरखाने से जो खबरें आ रही हैं वह बहुत ही चौंकाने वाली हैं। कहा जा रहा है कि मोदी सरकार संसद...

यूसीसी: मुस्लिम महिलाओं के बलात्कारियों के साथ खड़े होकर उनके लिए न्याय की बात न करें प्रधानमंत्री जी!

अगर पहली नजर में देखें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रगतिशील मुस्लिम महिलाएं और पुरुष एक तरह समान नागरिक संहिता पर  सोचते दिखेंगे। दोनों समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के पक्ष में हैं जो भारतीय संविधान के निदेशक सिद्धांतों (अनुच्छेद...

मधु लिमये जन्मशती समापन समारोह: विचारधारा की सीमाएं तोड़ देश में लोकतंत्र बचाना जरूरी

नई दिल्ली। दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में गत रविवार की शाम प्रखर सांसद, स्वतंत्रता सेनानी मधु लिमये को उनकी जन्मशताब्दी के समापन समारोह के अवसर पर याद किया गया। विभिन्न राज्यों के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक की अध्यक्षता में...

सामंती-पूंजीवादी व्यवस्था में अम्बेडकर और दलित राजनीति

डॉ. भीमराव अम्बेडकर असमानता, दासता, अन्याय, जातीय और धार्मिक उत्पीड़न जैसी सामाजिक विसंगतियों के मुखर विरोधी रहे क्योंकि इन सामाजिक विसंगतियों से उपजी पीड़ाओं को उन्होंने ख़ुद भोगा था। इसीलिए उन्होंने इन सामाजिक विसंगतियों के ख़िलाफ़ आजीवन संघर्ष भी...

आर्थिक-राजनीतिक सवालों को हल करने से होगा दलित समस्या का समाधान: डॉ. अंबेडकर

डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 ई. को महू छावनी, मध्य प्रदेश में हुआ था। मूल रूप से महाराष्ट्र के रहने वाले उनके पिता उस समय महू, मध्य प्रदेश में कार्यरत थे। उनके पिता का नाम...

सत्ता के कंधे पर सवार ‘धनतंत्र’ और ‘धर्मतंत्र’ का लोकतांत्रिक चेतना पर हमला

इस समय भाजपा की केंद्र और यूपी सरकार में होड़ चल रही है कि हिंदुत्व का चैंपियन कौन बनेगा। इस होड़ ने लोकतंत्र की बुनियाद को हिला दिया है। हजारों तरीकों से लोकतंत्र के बारीक से बारीक तंतुओं पर...

न्यायपालिका में वैदिक आरक्षण कब तक

अभी तक उच्च न्यायालयों और सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की नियुक्ति कॉलेजियम सिस्टम से होती आ रही है। यह कॉलेजियम सिस्टम क्या है? कॉलेजियम सिस्टम वह पद्धति है जिसमें कुछ वरिष्ठ जज मिलकर खुद जजों की नियुक्ति करते हैं।...

अयोध्या में शिलान्यास के सरकारी आयोजन में बदलने की मुखालफत, भाकपा माले पांच अगस्त को मनाएगी प्रतिवाद दिवस

लखनऊ। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) आयोध्या में पांच अगस्त को राम मंदिर भूमि पूजन समारोह का दिन प्रतिवाद दिवस के रूप में मनाएगी। पार्टी कार्यक्रम के सरकारी आयोजन में तब्दील हो जाने और पीएम से लेकर यूपी सरकार...

यह लड़ाई फासीवादी सरकार के विरुद्ध लोकतंत्र की है

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एमपी पुलिस समय पर कार्यवाही करती तो बच्ची का बलात्कार नहीं होता: सुप्रिया श्रीनेत

नई दिल्ली। उज्जैन में हुए 12 साल की बच्ची से बलात्कार के मसले पर कांग्रेस ने एमपी की बीजेपी...