Indian politics
पहला पन्ना
भारतीय राजनीति के आकाश के सूरज हैं गांधी
Janchowk -
30 जनवरी 1948 के दिन भारतीय राजनीति में सबसे त्रासदी पूर्ण घटना घटित हुई। इसी दिन गांधी एक हत्यारे की गोली का शिकार हुए। गांधी ने भारतीय जन को जितना प्रभावित किया, शायद ही किसी और ने किया हो।...
बीच बहस
चंद परिवारों में क्यों सिमटी भारत की राजनीति ?
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने हाल में यह दिलचस्प बात कही कि गुजरे 30 वर्षों में बिहार में सिर्फ साढ़े पांच सौ परिवारों के सदस्य विधायक बने हैं। इन परिवारों के सदस्य विभिन्न दलों में आते-जाते रहते हैं और...
बीच बहस
बाबरी ध्वंस से राममंदिर: भारतीय राजनीति की बदलती दशा और दिशा
स्वाधीन होने के बाद भारत ने जो दिशा और राह चुनी, उसकी रूपरेखा जवाहरलाल नेहरु के ‘ट्रिस्ट विथ डेस्टिनी’ भाषण में थी। नेहरु ने कहा, “भारत की सेवा का अर्थ है लाखों-लाख पीड़ितों की सेवा। भारत की सेवा का...
पहला पन्ना
आरएसएस और अम्बेडकर: भारतीय राजनीति के दो विपरीत ध्रुव
आरएसएस और अम्बेडकर की विचारधाराएं भारतीय राजनीति के दो विपरीत ध्रुव हैं। जहां अम्बेडकर जाति के विनाश, प्रजातान्त्रिक मूल्यों की स्थापना और सामाजिक न्याय की ओर कदम बढ़ाने के हामी थे वहीं आरएसएस यथास्थिति बनाये रखने और पूर्व-आधुनिक काल...
पहला पन्ना
किस दिशा में जा रही है भारतीय राजनीति?
गत 15 अगस्त को भारत ने अपना 77वां स्वाधीनता दिवस मनाया। यह एक मौका है जब हमें इस मुद्दे पर आत्मचिंतन करना चाहिए कि हमारी राजनीति आखिर किस दिशा में जा रही है। आज से 76 साल पहले हमारे...
बीच बहस
क्या भारतीय राजनीति में क्षेत्रीय दल अवसान काल की ओर बढ़ रहे हैं?
कर्नाटक चुनाव परिणाम आने के बाद से क्षेत्रीय दलों के सुर बदल रहे हैं। बात-बात में कांग्रेस को कोसने और राहुल गांधी को विपक्षी गठबंधन का नेता न मानने की बात करने वाले अपने स्टैंड चेंज कर रहे हैं।...
बीच बहस
राजनीति की पवित्रता
सिविल सोसाइटी की अहमियत राजनीतिक दलों से ऊपर है। अन्य देशों में इसे प्रेशर ग्रुप के नाम से लोकतंत्र का सबसे प्रभावशाली टूल माना गया है। राजनीतिक दल अपनी नीतियां घोषित करते हैं तथा सरकार मिलने पर उन नीतियों...
लेखक
विपरीत माहौल के बावजूद कांग्रेस अडिग है अपनी जगह
Janchowk -
पिछले सात सालों में एक किस्म का जीवंत सा कुटीर उद्योग उभर आया है, जिसके दो असमान से पक्ष नजर आते हैं। एक, कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को मुफ्त में राजनैतिक सुझाव दे रहा है। दूसरा, दृढ़ता से...
बीच बहस
किसान आंदोलनः भारतीय राजनीति को नई दिशा की ज़रूरत
Janchowk -
खाद्य, उपभोक्ता एवं सार्वजनिक वितरण मामलों की 13 दलों वाली संसद की स्थाई समिति ने आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम 2020 को अक्षरशः लागू करने की संस्तुति सरकार को कर दी है। यह विधेयक उन तीन कृषि कानूनों में से...
Latest News
ग्रेट निकोबार द्वीप की प्राचीन जनजातियों के अस्तित्व पर संकट, द्वीप को सैन्य और व्यापार केंद्र में बदलने की योजना
आज दुनिया भर में सरकारें और कॉर्पोरेट मुनाफ़े की होड़ में सदियों पुराने जंगलों को नष्ट कर रही हैं,...
You must be logged in to post a comment.