Thursday, March 23, 2023

jungle

‘आदमखोर’ क्यों बन जाता है बाघ?  

एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार बिहार के पश्चिमी चम्पारण जिले में आठ अक्टूबर को मारे गए बाघ के बारे में किए गए फैसले के मुताबिक उसे मार गिराना बहुत जरूरी हो गया था। सात अक्टूबर को उसे देखते ही मार...

प्रोजेक्ट चीता: एक शानदार मीडिया इवेंट लेकिन…

यदि आप भारतीय मीडिया की इस बात पर भरोसा करते हैं कि 'प्रोजेक्ट चीता' चीतों के संरक्षण हेतु प्रारंभ किया गया विश्व में अपने ढंग का अनूठा कार्यक्रम है और इससे भारत के घास के मैदानों की स्थिति में...

छत्तीसगढ़: सरकार ने फिर से शुरू कर दिया हसदेव के जंगलों में पेड़ों की कटाई, कई प्रदर्शनकारी गिरफ्तार

छत्तीसगढ़। दशकों से चल रहे विरोध के बावजूद छत्तीसगढ़ में हसदेव के जंगलों की प्रशासन और कंपनी ने मंगलवार की सुबह से पेड़ों की कटाई फिर से शुरू करा दी है, इस दौरान विरोध कर रहे ग्रामीणों को जबरन...

आदिवासियों के जल-जंगल-जमीन के अधिकारों पर सीधा हमला है छत्तीसगढ़ के पेसा और केंद्र के वन संरक्षण नियमों में बदलाव:संगठन

बस्तर। छत्तीसगढ़ के कांकेर में विगत माह आदिवासी इलाकों में स्वशासन के लिए ज़रूरी पेसा (अनुसूचित क्षेत्रों में पंचायत उपबंध का विस्तार) कानून के नियम लागू कर दिए गए। लम्बे समय से पेसा नियमों की मांग की जा रही...

शोषित, उत्पीड़ित और उपेक्षितों की बुलन्द आवाज अवधेश कौशल नहीं रहे

कभी बंधुआ मजदूरों तो कभी जंगलवासी गुज्जरों और कभी घायल मसूरी की बेजुबान पहाड़ियों की लड़ाई सड़क से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक लड़ने वाले पद्मश्री अवधेश कौशल नहीं रहे। 86 वर्षीय कौशल ने मंगलवार को देहरादून के एक निजी...

जलकर खाक हो रहे हैं उत्तराखंड के जंगल

’’जब रोम जल रहा था, तो नीरो सुख और चैन की बाँसुरी बजा रहा था।’’ यह कहावत रोमन सम्राट नीरो के बारे में मशहूर है। लेकिन वर्तमान में यह कहावत उत्तराखण्ड पर चरितार्थ हो रही है, जहां जंगल की...

देहरादून में सौ साल पुराने साल के जंगल का सफाया

देहरादून। विकास के नाम पर एक बार फिर से उत्तराखंड में विनाश का खेल शुरू कर दिया गया है। चार धाम सड़क परियोजना के नाम पर हजारों पेड़ों की बलि देने और पर्यावरण प्रभावों का अध्ययन करने वाली कमेटी...

ग्राउंड रिपोर्ट: कैमूर के आदिवासियों ने भरी हुंकार, कहा- बाघ अभ्यारण्य नहीं बनने देंगे

कैमूर। ‘‘जल-जंगल-जमीन हम आपका, नहीं किसी के बाप का’’, ‘‘जल-जंगल-जमीन हमारा है, वन विभाग की जागीर नहीं’’, ’‘ ये धरती सारी हमारी है, जंगल-पहाड़ हमारे हैं’’, ‘‘ लोकसभा न विधानसभा, सबसे ऊपर ग्रामसभा’’, ‘‘बाघ अभ्यारण्य को हटाना है, जल-जंगल-जमीन...

रायगढ़ स्पेशल: जंगल और ज़िंदगी पर माइनिंग का दंश

रायगढ़। रायगढ़ जिले में 1991 में खनन के क्षेत्र में जिंदल के प्रवेश के बाद अब तक सैकड़ों कॉर्पोरेट ने लाखों हेक्टेयर जल, जंगल और जमीन पर प्रशासन की गैर कानूनी मदद से, सारे नियम कायदे व न्यायालय निर्देशों...

 झारखंड: ग्राम सभा ने की जंगल के चारों दिशाओं में पत्थलगड़ी

झारखंड के गढ़वा जिला अंतर्गत कला खजुरी ग्राम के वन क्षेत्र में 29 जनवरी 2022 को जंगल के चारों दिशाओं में पत्थलगड़ी की गई। जिसके बाद कोई भी ग्राम सभा की अनुमति के बगैर जंगल में आग नहीं लगा...

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भारत में मानवाधिकार के हालात पर अमेरिका की वार्षिक रिपोर्ट, मनमानी गिरफ्तारियों और बुलडोजर न्याय पर सवाल

अमेरिकी विदेश विभाग की 2022 में भारत में मानवाधिकार की स्थिति पर जारी एक वार्षिक रिपोर्ट में मनमानी गिरफ़्तारियों,...