ग्राउंड रिपोर्ट: कैमूर के आदिवासियों ने भरी हुंकार, कहा- बाघ अभ्यारण्य नहीं बनने देंगे

कैमूर। ‘‘जल-जंगल-जमीन हम आपका, नहीं किसी के बाप का’’, ‘‘जल-जंगल-जमीन हमारा है, वन विभाग की जागीर नहीं’’, ’‘ ये धरती…

रायगढ़ स्पेशल: जंगल और ज़िंदगी पर माइनिंग का दंश

रायगढ़। रायगढ़ जिले में 1991 में खनन के क्षेत्र में जिंदल के प्रवेश के बाद अब तक सैकड़ों कॉर्पोरेट ने…

 झारखंड: ग्राम सभा ने की जंगल के चारों दिशाओं में पत्थलगड़ी

झारखंड के गढ़वा जिला अंतर्गत कला खजुरी ग्राम के वन क्षेत्र में 29 जनवरी 2022 को जंगल के चारों दिशाओं…

सिमडेगा: पुलिस के सामने ही लोगों ने एक शख्स को जिंदा जला डाला

रांची से लगभग 150 किमी दूर सिमडेगा में बेसराजरा बाजार टांड़ के पास पिछली 4 जनवरी 2022 को एक युवक…

जंगलों और पारिस्थितिकी के लिए खतरे की घंटी है वन संरक्षण कानून 1980 में प्रस्तावित संशोधन

हाल ही में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा वन संरक्षण अधिनियम 1980 में प्रस्तावित संशोधनों को लेकर प्रकाशित…

छत्तीसगढ़: अपनी मांगों को लेकर कांकेर में 90 गांवों के 5 हजार से ज्यादा आदिवासी हुए लामबंद

कांकेर। छत्तीसगढ़ में लगातार आदिवासी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन के लिए बाध्य हो रहे हैं। अपने जल, जंगल और…

छत्तीसगढ़: कोयला खनन के लिए आदिवासियों और वनों की दी जा रही है बलि

छत्तीसगढ़ राज्य में सरगुजा जिले का हसदेव अरण्य क्षेत्र अपनी जैव विविधता, विशेषकर हाथियों के झुंड़ों के लिए काफी प्रसिद्ध…

झारखंड के जल, जंगल और जमीन आंदोलन के मॉडल थे फादर स्टेन

आज 8 अक्टूबर 2021 को झारखंड में रांची स्थित राजभवन झारखंड के समक्ष विभिन्न जनसंगठनों द्वारा फादर स्टेन स्वामी की…

पुस्तक समीक्षा: त्रासदियों की नींव पर घटती नई त्रासदियों की कहानी

‘एक देश बारह दुनिया’ पुस्तक अनूठे भाषा-प्रवाह और दृश्य-बिम्बों के कारण अपने पहले पन्ने से ही पाठकों को बांधकर आगे…

‘हूल दिवस’ पर विशेष: आज झारखंड में जरूरत है एक और हूल की!

भले ही ‘हूल दिवस’ (संताल दिवस) को बुद्धिजीवियों, सामाजिक संगठनों और राजनीतिक स्तर पर याद किया जाता हो, लेकिन झारखंड…