leadership
बीच बहस
बेहतर जनमत निर्माण के जरिये ही तैयार हो सकता है उम्दा नेतृत्व
Janchowk -
लोकतंत्र एक गतिशील अवधारणा है। इसलिए सामाजिक, आर्थिक सांस्कृतिक और अन्य परिवर्तनों के अनुरूप लोकतंत्र का स्वरूप बनता-बिगडता रहा है। पाश्चात्य जगत में ज्ञान-विज्ञान के पालना के साथ-साथ लोकतंत्र की जन्मभूमि के रूप में विख्यात यूनान के एथेंस में...
पहला पन्ना
गुजरात दंगों में ‘साजिश’ की तलाश से मोदी बच गए, लेकिन उनका असली दोष नेतृत्व की जिम्मेदारी है
Janchowk -
सर्वोच्च न्यायालय भारतीय लोकतंत्र का अंतिम स्तंभ है लेकिन उसे पता था कि एक प्रधान मंत्री के खिलाफ प्रतिकूल परिणाम पूरे प्रासाद के पतन को तेज कर देगी।
भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने हाल के वर्षों में कई संदिग्ध निर्णय...
बीच बहस
कमजोर कांग्रेस एक राजनीतिक सच्चाई है, ठीकरा नेतृत्व के सिर पर
2014 के लोकसभा चुनाव से कांग्रेस की चुनावी हार का रोलर-कोस्टर सिलसिला थमने का नाम नहीं लेता दिख रहा। पारिवारिक नेतृत्व की पंजीरी बांटने की क्षमता कमतर होते जाने से पार्टी पर भी उनकी पकड़ ढीली पड़नी स्वाभाविक था।...
बीच बहस
निर्णय और नेतृत्व से अनुपस्थित स्त्री ही है असुरक्षित!
स्त्री सुरक्षा के मुद्दे को एक सामान्य समीकरण के रूप में देखा जा सकता है- जहाँ स्त्री नेतृत्व और निर्णय की भूमिका में नहीं होगी, वहाँ असुरक्षित रहेगी | सामाजिक ही नहीं, राजनीतिक ही नहीं, धार्मिक स्पेस में भी...
ज़रूरी ख़बर
पंजाब में नेतृत्व परिवर्तन: कुछ सोच-विचार
मैं किसी राजनीतिक पार्टी के आंतरिक मामलों को लेकर टिप्पणी नहीं करता हूं। पंजाब में नेतृत्व परिवर्तन के तरीके और नए नेतृत्व की क्षमता/संभावना पर मुझे कुछ नहीं कहना है। सिवाय इसके कि करीब 80 साल के वयोवृद्ध नेता...
बीच बहस
बाहरी चुनौतियों से निपटने की जगह भीतरी संघर्ष में फंसी है कांग्रेस
जो उम्मीद थी, वही हुआ। कांग्रेस कमेटी ने अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी में आस्था प्रकट की तथा उन्हें सभी कार्यों के लिए अधिकृत कर दिया ।
बैठक के संबंध में जो जानकारी मीडिया से प्राप्त हुई है उससे पता चलता...
बीच बहस
विशेष लेख: राजनीतिक एजेंडा पूर्ति का उपकरण नहीं है पुलिस
गैंगस्टर विकास दुबे के मारे जाने के बाद, पुलिस के राजनीतिकरण और माफियाओं के खिलाफ पुलिस कार्रवाई पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। पुलिस जो लम्बे समय से एक सुधार की आवश्यकता से जूझ रही है, को लेकर पुलिस...
बीच बहस
अमित शाह जी! बहुमूल्य मानव जीवन पहले ही खोया जा चुका है, अभी भी जो बच सके उसे बचा लीजिये
अमित शाह ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं।
लोग हतप्रभ हैं।
क्या कोरोना का खतरा टल गया, उसका Curve फ्लैट हो गया, क्या वह अब ढलान पर है ?
ऐसे समय जब कम्युनिटी संक्रमण के साये में सरकती राजधानी दिल्ली में मुख्यमंत्री का...
पहला पन्ना
अहमदाबाद : कोरोना से बिगड़े हालात की नौकरशाहों पर गिरी गाज, राजनैतिक नेतृत्व भी सवालों के घेरे में
अहमदाबाद। अहमदाबाद की परिस्थिति बिगड़ती जा रही है। लॉक डाउन के 40 से अधिक दिन हो जाने के बाद पिछले एक सप्ताह से अहमदाबाद में लगातार 270 से 350 के बीच कोरोना के नये मामले आ रहे हैं। कल...
Latest News
अमर्त्य सेन ने लेखकों-पत्रकारों को लंबे समय तक कैद में रखने का किया विरोध
नई दिल्ली। नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन सहित देश-विदेश के कई प्रसिद्ध शिक्षाविदों ने भारत में “बड़ी संख्या में...
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