पटना। देश के बड़े शहरों और महानगरों में दो तरह की ज़िंदगी नज़र आती है। एक ओर जहां चमचमाती सड़कें,…
दर्द जिंदगी का सच है, वही जोड़ कर रखे हुए है हम सबको
दर्द से मेरा दामन भर दे..! अजीब सा ख़्याल है ना, लोग देवताओं से दुआ मांगते हैं कि उनका दामन ख़ुशियों से…
उदास ज़िन्दगी में मसखरी की जगह
हंसी को लेकर आप गंभीर नहीं तो यह ज़रूर जान लें कि आम तौर पर 23 साल की उम्र के…
हिंदुओं, अपने भीतर झांको
व्यक्ति हो, धर्म हो या राष्ट्र, जब अपनी कमियों को जानने-समझने और सुधारने का काम छोड़ कर दूसरों की कमियों…
ग्राउंड रिपोर्टः धुंआ और राख के बीच घुटती लाखों जिंदगियां
‘‘जब मेरे इलाके में फैक्ट्रियां लगनी शुरू हुई थीं, तो मेरी उम्र लगभग 40 साल थी। मेरे गांव वाले बहुत…
देवगौड़ा की जीवनी के जरिये समाज और राजनीति का इतिहास
पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा को मैंने संसद भवन, राष्ट्रीय राजधानी या देश के किसी अन्य हिस्से में आयोजित समारोहों…
हिंदी का लेखक-प्रकाशक विवाद: साहित्य और जीवन के भ्रम और यथार्थ
सोशल मीडिया पर हिंदी के लेखकों और प्रकाशकों के बीच संबंध के बारे में अभी जो बहस उठी है, वह…
स्वास्थ्य बजट: कोरोना से नहीं लिया सरकार ने कोई सबक
वित्तीय वर्ष 2022-23 के स्वास्थ्य बजट से इस क्षेत्र के जानकार आहत,दुःखी और आक्रोशित हैं। पूर्व स्वास्थ्य सचिव भारत सरकार…
जन्मदिन पर विशेष: भविष्य की दुनिया की पेरियार की परिकल्पना
(आज रामासामी पेरियार का जन्मदिन है, भारत को आधुनिक राज्य बनाने में जितनी भूमिका डॉ. आंबेडकर की है, उतनी ही…
‘राष्ट्रीय पोषण सप्ताह’ का सरकारी ढोंग बनाम भूख से मरती मुल्क की 19 करोड़ जनता
भारत में सन् 1982 से 1 सितम्बर से 7 सितम्बर तक एक सप्ताह ‘राष्ट्रीय पोषण सप्ताह’ मनाने की शुरूआत की…