आम चुनाव 2024: प्रजातंत्र और धार्मिक अल्पसंख्यक

उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में खाने-पीने का सामान बेचने वाली सभी दुकानों में नेमप्लेट लगाने के आदेश – जिस पर…

संघ-भाजपा की गुटीय लड़ाइयों से नहीं, जन-संघर्षों की धार से होगा फासीवादी शासन का अंत

अरुंधति रॉय के खिलाफ यूएपीए (UAPA) के तहत मुकदमा चलाने के लिये दिल्ली के उप-राज्यपाल की मंजूरी (sanction) जैसे सनक…

भारत के लोगों ने देश के संविधान को बचा लिया

भारत के लोगों ने 2024 के आम चुनाव में खंडित जनादेश देकर देश के संविधान को बचा लिया। भारत के…

कांग्रेस व बहुजन समाज पार्टी नरेन्द्र मोदी की वापसी के लिए जिम्मेदार ?

कुछ लोग इस बात का जश्न मना रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी को बहुमत नहीं मिला और अब उसकी…

खंडित जनादेश का सीधा अर्थ है कि लोगों ने संविधान की रक्षा की है

देश की बहुसंख्य जनता, प्रबुद्ध वर्ग और विधिवेत्ता मानते है कि नरेंद्र मोदी द्वारा अपने तीसरे कार्यकाल की शुरुआत बहुमत…

चंद्रशेखर आजाद ‘रावण’: दलित को जन में बदलने की राजनीति

चंद्रशेखर आजाद रावण को एक दलित नेता की तरह ही देखा जाता है। इस लोकसभा चुनाव में जब बसपा को,…

अभी कुछ नहीं हुआ है, बस ‘स्थाई बहुमत’ का भ्रम टूटा है, नया भ्रम बनाया जा रहा है

इस बात से इनकार नहीं किया सकता है कि भारतीय जनता पार्टी चुनाव हार गई। हां, सरकार बनाने में सफल…

चंद्रबाबू नायडू: टीडीपी की विरासत और आंध्र प्रदेश की राजनीति के कुशल खिलाड़ी

आंध्र प्रदेश में एन. चंद्रबाबू नायडू यानि तेलुगु देशम पार्टी की सरकार बननी तय है। लोक सभा-2024 चुनावों के साथ…

मोदी अब एक पतनोन्मुख शक्ति है और सत्ता उनकी सबसे बड़ी कमजोरी

‘ईश्वर मर गया है। अब ऐसा लगता है कि उसकी प्रेत छाया मंडराती रहेगी।’ नीत्शे का यह कथन तब यथार्थ…

लोकसभा चुनाव परिणाम: कुछ तात्कालिक, कुछ दूरगामी संदेश

सात चरणों में संपन्न हुए अठारहवीं लोकसभा के चुनावों के पहले चरण के बाद ही यह संकेत मिल गया था…