दुनिया की आधी आबादी महिलाएँ हैं। दुनिया के हर देश में महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक और राजनीतिक क्षेत्रों में…
जन्मदिवस पर विशेष: जाति, पितृसत्ता और ब्राह्मणवादी राष्ट्रवाद के विध्वंसक पेरियार
हम, खासकर उत्तर भारत के लोग ई.वी. रामासामी नायकर ‘पेरियार’ (17 सितंबर 1879 – 24 दिसंबर 1973) के बारे में…
क्या महिला पहलवानों का सबसे बड़ा ‘दंगल’ पितृसत्ता के खिलाफ होगा?
बढ़ रहे राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय दबाव के आगे सरकार भले ही झुक गई हो, पर 15 जून को चार्जशीट दाखिल होने पर…
दलित स्त्री-2: आंबेडकर के आंदोलन में शामिल हुईं कई दलित स्त्रियां
इस समस्त कवायद का उद्देश्य यही है यह बात अच्छी तरह साफ़ हो कि जिसे हम भारतीय सन्दर्भ में पितृसत्ता…
संवाद: पितृसत्ता और धर्म स्त्री के समक्ष शाश्वत चुनौतियां
इंदौर। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं की स्वतंत्रता और समाज में भागीदारी के अवसरों पर देश-विदेश में कई कार्यक्रम हुए।…
लैंगिक समानता एक मिथक है!
हम सभी पुरुष प्रधान/पितृसत्तात्मक समाज में रहते हैं, जहां अभी भी एक महिला को अपने मूल अधिकारों के लिए लड़ना पड़ता…
क्या आदिवासी समाज में भी आ गयी है खापों की बीमारी?
मुंडा आदिवासी समुदाय में भी अन्य आदिवासी समाज की तरह एक ही किलि में शादी करना निषेध है। लेकिन अगर…
सात समुंदर पार बोस्टन में गूंजी हाथरस की बेटी के लिए जस्टिस की आवाज
नई दिल्ली। हाथरस और बलरामपुर में दलित लड़कियों के साथ हुई वीभत्स घटनाओं के खिलाफ विरोध की लहर अब सात…
जन्मदिन विशेषः पेरियार ललई सिंह यादव थे बुद्ध, पेरियार और आंबेडकर की वैचारिकी के वाहक
कांग्रेस (1885) द्वारा ब्रिटिश सत्ता के खिलाफ संघर्ष शुरू करने से करीब एक दशक पहले जोतीराव फुले (11 अप्रैल, 1827-28…