Thursday, March 28, 2024

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वर्ण व्यवस्था और ब्राह्मणवादी वैचारिकी को चुनौती: जोतीराव फुले, डॉ. आंबेडकर और राहुल सांकृत्यायन

(स्वतंत्रता, समता और भाईचारे पर आधारित आधुनिक भारत का सपना देखने वाले तीन महापुरुषों के जन्मदिन का समय है। 9 अप्रैल 1893 राहुल सांकृत्यायन, 11 अप्रैल 1827 जोतीराव फुले और 14 अप्रैल 1891 भीमराव आंबेडकर। इन तीनों महापुरुषों के...

ज्योतिबा के जन्मदिन पर विशेष: निरक्षरता है सारी विपत्तियों की जड़

सारी विपत्तियों का आविर्भाव निरक्षरता से हज्योतिबा फुले ने अपनी पुस्तक 'गुलामगिरी' (स्लेवरी) में स्पष्ट लिखा है कि वे अपने देश से अंग्रेजी शासन को उखाड़ फेंकना चाहते थे l ज्योतिबा के छात्र जीवन से ही अंग्रेजी हुकूमत के...

उत्तर प्रदेश में भड़काऊ धर्म-संसद कार्यक्रमों पर रोक की मांग तथा महंगाई के खिलाफ ऐपवा का प्रदर्शन

लखनऊ। अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) ने आज सावित्रीबाई फुले जयंती के अवसर पर महंगाई पर रोक लगाने व लड़कियों की KG से PG तक की शिक्षा मुफ्त करने, धर्म-संसद में भड़काऊ भाषण के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में...

सत्यशोधक समाज: भारत में सच्चे पुनर्जागरण की बुनियाद डालने वाली पहली संस्था

      सत्यशोधक समाज स्थापना दिवस (24 सितंबर, 1873) पुनर्जागरण को ज्ञानोदय और प्रबोधनकाल के रूप में भी जाना जाता है। इटली में इसका प्रारंभ हुआ था और लगभग तीन सौ वर्षों (14 वीं से 17 वीं सदी) में यह पूरे...

भारतीय समाज में मार्क्स से पहले सैकड़ों हजारों ज्योतिबा की जरूरत है

वैश्विक संदर्भों में कई बार ये सवाल उठता है कि आखिर भारत में इतनी असमानता और गरीबी होने के बावजूद, ये तबका वर्ग संघर्ष की कसौटी पर एकजुट क्यों नहीं हो सका? इतनी बड़ी संख्या में मजदूर और गरीब...

बंगाली पुनर्जागरण मिथ, बंगाल में संघ-भाजपा का बढ़ता वर्चस्व और जोतीराव फुले

देश के चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव अपने अंतिम चरण में है। चुनावी विश्लेषकों, पत्रकारों और अध्येताओं  की कौन कहे, आम आदमी भी सौ फीसदी तय मानकर चल रहा है कि भाजपा किसी भी सूरत...

भारतीय पुनर्जागरण के जनक जोतीराव फुले : एक संक्षिप्त परिचय

तुम कैसे बेशर्म हुए, वश में होकर इन ब्राह्मणों के नित छूने को चरण अरे तुम झुक जाते हो यों कैसे। आर्यों की मनुस्मृति को देखो, ध्यानपूर्वक देखो उसमें धोखा है सब देखो, पढ़ो ज़रा इनके ग्रंथों को।। - जोतीराव फुले “मेरे तीसरे गुरु...

किसान एकता मंच की ओर से महिला शिक्षा की मशाल जलाने वाली सावित्री बाई फुले को दी गई श्रद्धांजलि

सावित्री बाई फुले अमर रहें, जय सावित्री, जय फातिमा, जय जवान जय किसान, भारत माता की जय, वंदे मातरम्, जय भीम जय संविधान, किसान मजदूर एकता ज़िदाबाद, काले क़ानून वापस लो और एमएसपी पर क़ानून बनाओ आदि नारों के...

ग़ाजीपुर बॉर्डर पर बच्चों की पाठशाला चला रहीं निर्देश सिंह के खिलाफ़ 3 साल पुराने मामले में गिरफ्तारी वारंट

आज 10 मार्च सावित्री बाई फुले परिनिर्वाण दिवस के दिन सावित्री बाई फुले महिला ब्रिगेड की संस्थापक और ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में किसानों के बच्चों को पढ़ाने के लिए सावित्री बाई फुले पाठशाला की संचालिका...

फुले की ‘गुलामगिरी’: ब्राह्मणवाद से मुक्ति के पहले घोषणापत्र का एक परिचय

(वरिष्ठ पत्रकार और एक्टिविस्ट प्रोफेसर दिलीप मंडल ने वसंत पंचमी (सरस्वती पूजन) के दिन डॉ. आंबेडकर के पहले गुरु ज्योतिराव फुले की सबसे प्रमुख कृति गुलामगिरी के एक अंश को उद्धृत किया, उसके बाद उनके खिलाफ टि्वटर पर #ArrestDilipMandal...

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कांग्रेस से जुड़े सभी राजघरानों के लोग अवसरवादी रहे

भारतीय राजनीति में दलबदल वैसे तो बहुत सामान्य परिघटना बन गई है लेकिन दलबदल करने वालों की अगर अलग-अलग...