Tag: poverty
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में गिरावट भी बेकारी गरीबी का एक कारण: अखिलेन्द्र
म्योरपुर। सोनभद्र के कार्यकर्ताओं द्वारा पूरे जनपद से प्राप्त रिपोर्ट कि आम लोगों की आर्थिक जिंदगी बदतर होती जा रही है, पर गहरी चिंता व्यक्त [more…]
होती नहीं महंगाई, बेरोज़गारी और शिक्षा पर बात तो कैसे बदलेंगे हालात?
महंगाई, बेरोजगारी और शिक्षा जैसे बुनियादी मुद्दाें पर राजनीतिक दल जनता का साथ क्यों नहीं देते? इन मुद्दों को क्यों नहीं उठाते? इन पर बात क्यों नहीं [more…]
हम किस आज़ादी पर गर्व करें और जश्न मनाएं?
देश के विभिन्न भागों में सत्ता-प्रेरित सांप्रदायिक और जातीय नफरत से बनते गृहयुद्ध के हालात, शक्तिशाली पड़ोसी देश द्वारा देश की सीमाओं का अतिक्रमण और [more…]
क्यों कुपोषित रह जाती हैं स्लम बस्तियों की महिलाएं?
जयपुर, राजस्थान। इस वर्ष के शुरुआत में भारत की सबसे बड़ी बैंक एसबीआई ने नवीनतम घरेलू उपभोग सर्वेक्षण के आधार पर एक रिपोर्ट जारी की। जिसमें यह बताया [more…]
बदले-बदले मेरे सरकार नज़र आते हैं, एक अकेला सब पर भारी की बेचारगी
फिल्म चौदहवीं का चांद में शकील बदायुनी का लिखा और लता मंगेशकर का गया ये गीत- “बदले-बदले मेरे सरकार नज़र आते हैं, घर की बरबादी [more…]
18वीं लोकसभा का चुनाव-नेताओं के विकास के वादे और घोर अभाव में जी रही जनता
पूरे देश में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी पार्टियां अपने अपने तरीके से विकास के नए-नए मॉडल पेश कर मतदाताओं को अपने पक्ष में [more…]
दलित अधिकार सम्मेलन: बिहार को गरीबी के दुष्चक्र से बाहर निकालने के लिए रोड मैप बने
पटना। खेत एवं ग्रामीण मजदूर और दलित-अंबेडकरवादी संगठनों की ओर से पटना के आईएमए हॉल में ‘दलित अधिकार सम्मेलन’ का आयोजन किया गया। सम्मेलन का [more…]
बिहार को गरीबी के दुष्चक्र से निकालने के लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाए महागठबंधन सरकार: खेग्रामस
पटना। अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा (खेग्रामस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह विधायक सत्यदेव राम, राष्ट्रीय महासचिव धीरेंद्र झा, सम्मानित राज्य अध्यक्ष सह विधायक [more…]
बेरोजगारी और गरीबी रही कर्नाटक चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा
भारत में चुनाव परिणामों के विश्लेषण में धर्म-जाति का समीकरण इस कदर हावी हो जाता है कि लगने लगता है कि बेरोजगारी और गरीबी जैसे [more…]
“तुम इतना जो बहका रहे हो ; क्या जुर्म है जिसको छुपा रहे हो।”
एक ही समय में कई कई जुबानों से बोलने में सिद्धहस्त आरएसएस की तरफ से अब एक और शिगूफा उछाला गया है। इसे अचानक देश की गरीबी [more…]