स्माल सेविंग्स स्कीमों पर यू-टर्न: पब्लिक के पैसे से कब तक छिपेगी बदहाली?

जुमले उछाल कर तालियां बटोरने और जमीन पर काम करने में बड़ा फर्क है। खुद को अर्थव्यवस्था का फन्ने खां…

हर लिहाज से गलत है सार्वजनिक संपत्तियों को बेचने का सरकार का फैसला

सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की कई परिसंपत्तियों का निजीकरण करने का, सिवा व्यय के लिए स्रोत जुटाने के, और कोई…

बजट: राष्ट्रीय संपदा का कॉरपोरेट को हस्तानांतरण का रोडमैप

2021-22 का बजट सामान्य रूटीन का बजट नहीं हैं, यह खुलेआम इस बात की घोषणा करता है कि देश की…

चंद लड़ाइयों और आंदोलन से नहीं रोका जा सकता संघ का दानवी अभियान

आप जिससे लड़ रहे हैं, उसे इस बात से बहुत कम फर्क पड़ता है कि आपकी बात कितनी सही है,…

बजट है या देश बेचने का दस्तावेज?

कहने को तो हमारा सालाना बजट आम बजट कहलाता है, पर यह धीरे-धीरे खास बजट बन गया है। आम लोगों…

सरकारी कंपनियों की बिक्रीः कारपोरेट गणतंत्र बनाम लोकतंत्र

दिल्ली की सीमाओं पर धरना दे रहे किसानों के चारों ओर सीमेंट के कांटेदार अवरोध खड़े कर दिए गए हैं,…

बजट का थीम है बेचो भारत!

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2021-2022 के लिए देश का बजट पेश किया। इस बजट में टैक्स स्लैब में मध्य…

विपक्ष को चाहिए कि वह संसद की समानांतर बैठक बुलाये!

देश के किसानों ने राजधानी दिल्ली को इस हाड़ कंपाने वाली सर्दी में खुले आसमान के नीचे पिछले 25 दिनों…

बिहार में जनता ने सेट किया चुनाव का एजेंडा, बंगाल और अन्य चुनावों के लिए बनेगा नज़ीर: दीपंकर भट्टाचार्य

पटना। आज पटना में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए सीपीआई (एमएल) महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार विधानसभा…

बिहार चुनाव परिणाम: महागठबंधन की हार या जनमत का अपहरण?

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव का परिणाम भले ही एनडीए के पक्ष में रहा पर नतीजों को लेकर सवाल उठते रहेंगे।…