Thursday, April 25, 2024

Ram Mandir

संदीप पांडेय का लेख: यह राजनीतिक मंदिर है, इसका धर्म से कोई नाता नहीं

22 जनवरी को अयोध्या में एक मंदिर का उद्घाटन होेने जा रहा है। यह मंदिर राम के नाम पर बनाया जा रहा है जिन्हें मर्यादा पुरूषोत्तम कहा गया है। मंदिर एक मस्जिद को गिरा कर बनाया जा रहा है।...

यात्राएं, आन्दोलन और प्रजातंत्र की आत्मा

आने वाली 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन होना है। इसके लिए जिस स्तर पर व्यापक तैयारियां की जा रही हैं और इसमें भागीदारी के लिए जिस बड़ी संख्या में लोगों को लामबंद किया जा रहा...

गांधी और बीजेपी-संघ के रामराज्य में फर्क

1980 के दशक में देश के इतिहास ने एक नया मोड़ लिया था। पहली बार, राममंदिर जैसा भावनात्मक मुद्दा आर्थिक और सामाजिक न्याय जैसे मूलभूत मुद्दों से ज्यादा अहम बन गया। बाबरी मस्जिद के ताले खोले जाने के बाद...

मंदिर वहीं बनाएंगे की जिद के चलते भारत और हिंदू समाज का बहुत नुकसान हुआ

"राम मंदिर आंदोलन से जुड़े नेताओं ने अगर जिद्दी रवैया न अपनाया होता तो अयोध्या में बहुत पहले मंदिर बन गया होता। लेकिन 'मंदिर वहीं बनाएंगे’ की अविवेकपूर्ण जिद के चलते उसमें बहुत देरी हो गई। अगर बाबरी मस्जिद...

आराध्य पर नियंत्रण चाहती भाजपा

सामान्यतया निजीकरण किसी उद्यम, व्यवसाय या सार्वजनिक सेवा को निजी हाथों में सौपने की प्रक्रिया होती है लेकिन फ़िलहाल यह धर्म और उसके आराध्य पर नियंत्रण का दौर जान पड़ता है। राम मंदिर घटनाक्रम को भी हम उसी कड़ी...

मायावती का जन्मदिन, खड़गे का नेतृत्व, राम मंदिर की बिसात और राहुल की न्याय यात्रा के मायने

नई दिल्ली। इन दिनों उत्तर-भारत सर्द लहर की चपेट में है, लेकिन गुलमर्ग में बर्फ़बारी का अभी तक नामोनिशान नहीं है। देश में 80 करोड़ लोग ऐसे हैं जिन्हें मोदी सरकार हर माह 5 किलो अनाज देकर जिंदा रखे...

राम तो बहाना है, संविधान और गणतंत्र पर निशाना है!

अयोध्या में अभी तक अधबने मंदिर को लेकर देश भर में चलाई जा रही मुहिम की श्रृंखला में मध्य प्रदेश की सरकार ने बची खुची संवैधानिक मर्यादा को भी लांघ दिया है। मध्यप्रदेश सरकार के धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग...

साझा विरासत स्थल और सांप्रदायिक एजेंडा

सन 1992 के छह दिसंबर को भारत में किसी भी विरासत स्थल पर सबसे बड़ा संगठित हमला हुआ था। यह हमला राज्य और उसके बल की मौजूदगी में हुआ। रामलला की मूर्तियाँ बाहर निकाली गईं और एक अस्थायी मंदिर...

तानाशाही की ओर बढ़ते पैर की शोभा बढ़ाने के लिए लोकतंत्र की ‘पैजनिया’

इस समय भारत की राजनीतिक गतिविधि ‘राम मंदिर के संदर्भ’ और ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ की दो लहरों के बीच जारी है। सामने 2024 का आम चुनाव है। राजनीतिक दल अपने-अपने चुनावी नफा-नुकसान का अनुमान लगाते हुए अपनी-अपनी रणनीतियां...

राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के आयोजन में निमंत्रण और इनकार दोनों राजनीतिक है

विवादास्पद बन गया है 22 जनवरी 2024 को आयोजित राम मंदिर के उद्घाटन का कार्यक्रम। विवाद का कारण इस कार्यक्रम के आयोजन के पीछे की मंशा है। इस आयोजन का मकसद धर्म के नाम पर या धर्म की आड़...

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प्रधानमंत्री की भाषा: सोच और मानसिकता का स्तर

धरती पर भाषा और लिपियां सभ्यता के प्राचीन आविष्कारों में से एक है। भाषा का विकास दरअसल सभ्यता का...