‘मैं कारसेवक था’ जैसी कृति से खासतौर पर चर्चित हुए पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता भंवर मेघवंशी का नया यात्रा-वृत्तांत हैः…
धार्मिक कट्टरपंथियों के तीखे आलोचक थे नेताजी सुभाषचन्द्र बोस
देश इस साल नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की 125वीं जयंती मना रहा है। इसी के मद्देनजर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की घोषणा…
सीमित ज्ञान का शिकार – भोला पंडित
सोशल मीडिया के ऐसे राजनीतिक टिप्पणीकार मसलन् पुण्य प्रसून वाजपेयी, विजय त्रिवेदी, राहुल देव तथा टीवी और यूट्यूब की बहसों…
हिंदू महासभा के संस्थापक मदन मोहन मालवीय की तस्वीर लगाने के साथ संपन्न हुआ उर्दू भाषा का वेबिनार
उर्दू भाषा के अज़ीम शायर अल्लामा इक़बाल की तस्वीर हटाकर उनकी जगह पर हिंदू राष्ट्र की मांग करके देश का…
इतना तो समझ लेते भाई कि काठ की हांड़ी बार-बार नहीं चढ़ा करती!
प्रायः हर चुनाव के वक्त हिंदू बनाम मुसलमान, श्मशान बनाम कब्रिस्तान या होली बनाम ईद करने वाली भारतीय जनता पार्टी…
आखिर कौन बनाता है मुख्यमंत्री? केंद्रीय नेतृत्व, विधायक दल या फिर जनता?
तत्कालीन राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी ने एक बार कहा था कि पंडित नेहरू के समय मुख्यमंत्री नामजद नहीं होते थे।…
सांप्रदायिकताः फुनगी छोड़िए, समस्या की जड़ को पकड़िए
भारत के मुख्य न्यायाधीश एन. वी. रमना ने मीडिया में बढ़ती सांप्रदायिकता पर चिंता जता कर अच्छी पहल की है।…
हमें प्रगतिशील भारत चाहिए या अंधविश्वासी भारत ? एक निष्पृह व निर्भीक समीक्षा
आज वास्तव में इस देश में रहकर यह विश्वास करना कठिन होता जा रहा है कि हम भारत के लोग…
शर्मनाक घटना के तौर पर दर्ज हो गयी है अपूर्वानंद और गौहर रजा को सागर विश्वविद्यालय के आयोजन में न बोलने देना
30 जुलाई 2021 मध्य प्रदेश के डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय के इतिहास में शर्म के दिन के रूप में…