मानव जाति के इतिहास में दो तरह के नेता हुए हैं, एक तरह के वे जो जनता की पिछड़ी भावनाओं,…
विश्व में डंका और महाकुम्भ का दम्भ
हमारा प्यारा भारत देश इन दिनों वृहत्तर परेशानियों से घिरता जा रहा है। कहां 2014 से लेकर 2023 तक कथित…
महाकुम्भ के जुनून में आदिवासी बच्चा घर से भागा
महाकुम्भ का जनप्रवाह देखकर नाज़ुक मन वाले बच्चों पर इसका नशा तारी है। वे पाप पुण्य नहीं जानते। गंगा नदी…
श्री रामकृष्ण परमहंस: “जतो मत, ततो पथ”, यानी धार्मिक विविधता की स्वीकृति का दर्शन
श्री रामकृष्ण परमहंस (1836–1886) उन्नीसवीं सदी के भारतीय संत और आध्यात्मिक गुरु थे, जिन्होंने सभी धर्मों की एकता पर विशेष…
मूल्यों और प्रगति को बदरंग करता अंधविश्वास,धर्म और आध्यात्मिकता का घालमेल
जितना पुराना धर्म है, उससे कहीं ज़्यादा पुराना शायद अंधविश्वास है। शुरुआत में हर धर्म सही मायने में उस समय…
पुस्तक समीक्षा: मिथक, धर्म, और विज्ञान : मिथकों से विज्ञान तक की कहानी
पिछले दिनों मैंने एक अच्छी किताब पढ़ी, जिसका नाम है “मिथकों से विज्ञान तक”I इसके लेखक हैं गौहर रज़ा। इसका प्रकाशन पेंगुइन…
अफ़सोसनाक है, महाकुम्भ में नाबालिग बच्चों का दान
पिछले दिनों आगरा के एक पेठा व्यवसायी ने अपनी नाबालिग 13 साल की बेटी को जूना अखाड़े के महंत को…
दुष्यंत दवे का लेख: जब कोर्ट खुद करते हैं अपनी ही अवमानना
पूजा स्थल कानून जिसे 1991 में पारित किया गया था, संविधान के बुनियादी मूल्यों की सुरक्षा करता है। कानून दो…
धर्म के नाम पर ऐ दोस्त मत ऐसा करो
जब हम किसी को अच्छा काम करते देखते हैं तो अक्सर कहते हैं कि आप धर्म-पुण्य का काम कर रहे…
भारतीय समाज व सत्ता के लोकतांत्रिक होने की चुनौतियां और सामाजिक न्याय का सवाल
हमारे समाज और साहित्य में समता और सामाजिक न्याय के विचारों और मूल्यों की मौजूदगी काफी पहले से रही है।…