Friday, March 29, 2024

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दुनिया को किस दिशा में ले जा रहा है यूक्रेन संकट

कई महीनों से लाखों की संख्या में रूसी फौज ने तीन तरफ से यूक्रेन की घेराबंदी कर रखी थी। कई सप्ताह से वास्तविक युद्ध जैसे हालात के बीच रूसी फौजों का युद्धाभ्यास जारी था। इसके साथ ही एक से...

पुतिन ने परदा गिरा दिया है

युद्ध समस्या का समाधान नहीं है। इसीलिए कहा जा सकता है कि हमेशा इसे अंतिम विकल्प के रूप में ही चुना जाना चाहिए। अतः यूक्रेन पर रूस के हमले के सिलसिले में रुख तय करते हुए यही प्रश्न निर्णायक...

एक नई विश्व व्यवस्था की आहट

बीजिंग में विंटर (शीतकालीन) ओलंपिक खेलों का आयोजन अंतरराष्ट्रीय शक्ति-संतुलन के लिहाज से एक नए युग की शुरुआत का मौका बन गया। ये बात हर उस पर्यवेक्षक को नजर आई है, जो अंतरराष्ट्रीय घटनाओं को पश्चिमी चश्मे से नहीं...

यूक्रेन समस्या: कौन दोषी रूस या अमेरिका एवं उसके पिछलग्गू देश?

प्रथम विश्वयुद्ध और द्वितीय विश्वयुद्ध की विभीषिका के चलते करोड़ों निरपराध लोग मारे गए, और करोड़ों बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को अपना बाकी का जीवन बेहद गरीबी, भुखमरी एवं अभाव में जीने को अभिशप्त होना पड़ा था। इन दो...

विशेष लेख: हिटलर के रास्ते पर बढ़ चले हैं मोदी!

दुनिया का क्रूरतम् तानाशाह एडोल्फ हिटलर 20 अप्रैल, 1889 को यूरोप के एक छोटे से देश ऑस्ट्रिया के एक छोटे से शहर वॉन में पैदा हुआ था। उसने द्वितीय विश्वयुद्ध में इस दुनिया में जुल्म, बर्बरता, क्रूरता और वहशीपना...

मेरी रूस यात्रा-3: शहर ही नहीं रूस के गांव भी हैं बेहद समृद्ध

हमारा अगला पड़ाव मॉस्को से 220 किलोमीटर पूरब, रूस का लगभग 1000 साल पुराना शहर व्लादीमिर था। यहां तक की यात्रा 3 घंटे 30 मिनट में पूरी हुई। यहां पेट्रोल 50.19 रुपये प्रति लीटर है इसलिए टैक्सी उतनी महंगी...

मेरी रूस यात्रा-1: संस्कृति और इतिहास संजोयी धरती का दर्शन

सोवियत संघ को देखने की तमन्ना अधूरी रह जाने के बावजूद, रूस को देखने की चाह बहुत दिनों से थी। मन के कोने-अतरे में यह सोच उमड़ती कि शायद इतिहास के अवशेषों से धरती पर स्थापित पहली समाजवादी सत्ता...

राजा महेंद्र प्रताप ने अफगानिस्तान में बनायी थी निर्वासित सरकार

मथुरा से जब आप हाथरस की ओर चलेंगे तो हाथरस जिले में प्रवेश करते ही एक कस्बा पड़ेगा मुरसान। मुरसान एक छोटा सा कस्बा है। वहां के राजा थे राजा महेंद्र प्रताप सिंह। राजा महेंद्र प्रताप उन विलक्षण और...

दुनियाभर में धर्म, लोक-परलोक, स्वर्ग-नरक आदि काल्पनिक बातें आम आदमी के अनन्त शोषण के लिए ही बनाई गईं हैं!

भारत में लगभग 80 प्रतिशत धर्मभीरु जनता इसी बात में बुरी तरह उलझी हुई है कि, 'ऊपरवाला किस्मत लिखता है, वो सब देखता है, वो हमारे पाप-पुण्य का हिसाब रखता है, जीवन-मरण भी उसी के हाथ में है, उसकी...

एक भारत की आंगनबाड़ी है और एक रूस की!

कल मुझे एक छोटे रूसी क़स्बे के सरकारी आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों एवं प्रशिक्षकों के साथ समय बिताने का मौक़ा मिला। रूस में इस तरह के केंद्र “देत्सकी साद” कहलाते हैं, जिसका उद्देश्य है- बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक...

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ग्रेट निकोबार द्वीप की प्राचीन जनजातियों के अस्तित्व पर संकट, द्वीप को सैन्य और व्यापार केंद्र में बदलने की योजना

आज दुनिया भर में सरकारें और कॉर्पोरेट मुनाफ़े की होड़ में सदियों पुराने जंगलों को नष्ट कर रही हैं,...