बात साल 1992 की है, जुलाई महीने में रोम में फार- राइट सोशल मूवमेंट पार्टी के यूथ फ्रंट की एक…
ऐतिहासिक साबित होगी ‘भारत जोड़ो यात्रा’
भारत के सबसे पुराने राजनैतिक दल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, ने 7 सितम्बर से कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा…
मेरी रॉयः एक विदुषी जो सामाजिक योद्धा भी थीं
केरल की विख्यात शिक्षाविद् और महिला अधिकार कार्यकर्ता मेरी रॉय (1933-2022) नहीं रहीं। वह सुप्रसिद्ध अंग्रेजी लेखिका और विचारक अरुंधति रॉय…
कोविड पर श्रीलंका की सैन्य प्रतिक्रिया ने एक राष्ट्र को कैसे बर्बाद किया
(तुषार धारा द्वारा कोविड-19 के बाद श्रीलंका में आर्थिक और सामाजिक संकट पर लेखों की श्रृंखला में यह दूसरा लेख…
पुण्यतिथि पर विशेष: नेहरू ने अपनी जिंदगी के साढ़े नौ साल बिताए जेल में
सोशल मीडिया पर यह बात भी गाहे बगाहे कही जाती है कि जवाहरलाल नेहरू को किसी नियमित जेल में…
इतिहास के पथ पर एक स्थाई लैंडमार्क हैं मार्क्स
आज कार्ल मार्क्स का जन्मदिन है। विश्व के वैचारिक इतिहास में कार्ल मार्क्स एक ऐसी प्रतिभा हैं जिन्होंने समाज और…
चरमराती अर्थव्यवस्था भी मोदी सरकार की सेहत पर नहीं डाल पा रही है फर्क
कीचड़ में कमल खिलने से कीचड़ जैसे कमल नहीं हो जाता है वैसे ही देश और राज्यों में कमल खिलने…
अम्बेडकर को देवता बनाकर उनके सिद्धांतों को दरकिनार करने की साजिश
पिछले सालों की तरह इस साल भी विभिन्न राजनैतिक दलों और संगठनों ने 14 अप्रैल को जोर-शोर से अम्बेडकर जयंती…
रामनवमी पर निकली शोभा यात्राओं का दूर-दूर तक नहीं था राम से रिश्ता
रामनवमी पर आयोजित भव्य शोभा यात्राओं ने आनंदित कम चिंतित अधिक किया। इनके विषय में लिखने से पहले गहन आत्मचिंतन…
हुकूमतें अधिकार की चेतना को नष्ट कर बहुजनों में भिखारी चेतना कर रही हैं विकसित
भागलपुर। बहुजन दृष्टि का मूल तत्व समानता, बराबरी व आजादी है। बहुजन दृष्टि सोशल इंजीनियरिंग का पर्याय नहीं है। सोशल…