आज से बीस वर्ष पहले 31 दिसंबर 2000 व 1 जनवरी 2001 को देश के किसान एवं मजदूर नेताओं, सोशलिस्ट नेताओं तथा स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का दो दिवसीय जमावड़ा देवरिया जिले के ग्रामीण इलाके बरियारपुर चौराहे पर हुआ था...
भारत की एक तेजी से विकास करते राष्ट्र की जो भी तस्वीर गढ़ी गई थी, राजीव गांधी द्वारा भारत को 21वीं सदी में ले जाने की बात, अटल बिहारी वाजपेयी के चमकते भारत की कल्पना, डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम...
‘किसी कारण वश लोगों की क्रयशक्ति लुप्त हो गई है और करोड़ों कामगार और किसान बर्बाद हो गए हैं। करोड़ों कामगार बेरोजगार हो गए हैं और जो काम पर हैं भी, उनकी मजदूरी घट गई है और अन्य सामाजिक लाभ...
एनआरसी-सीएए-एनपीआर के खिलाफ़ विरोध का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। अब समाजसेवी, पर्यावरणविद, आर्टिस्ट और नागरिक समाज के लोग एनआरसी-सीएए के खिलाफ़ सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
जामिया निवासी समाज सेविका टीएन
भारती हाथों में महात्मा बुद्ध, अबुल...