बावनी इमली शहीद स्मारक, जहां दी गयी थी 52 क्रांतिकारियों को फांसी

हमारे देश को अंग्रेजों की दासता से मुक्त कराने के लिए अनगिनत क्रांतिकारियों ने अपनी जान देश के नाम कुर्बान…

संविधान सभा में कांग्रेस के संपूर्ण वर्चस्व के बावजूद डॉ. अम्बेडकर संविधान ड्राफ्टिंग कमेटी के चेयरमैन कैसे बने? 

भारत की संविधान सभा का जिस समय गठन हो रहा था, राजनीतिक स्तर पर कांग्रेस का भारतीय समाज और राजनीति…

ग्राउंड रिपोर्ट: बनारस के जुलाहे व स्त्रियों का दर्द- बच्चों से दूर होती शिक्षा और दो वक़्त की रोटी के लिए जद्दोजहद ! 

वाराणसी। वाराणसी के कमौली, छितौनी और कोटवा गांव में जुलाहा परिवार (बुनकर) की हजारों महिलाओं का जीवन बहुत कठीन दौर…

सत्याग्रह का 98वां दिन: सर्व सेवा संघ परिसर को सरकारी कब्जे से मुक्त कराने का संघर्ष

वाराणसी। आज सत्याग्रह सुबह 6 बजे सर्वधर्म प्रार्थना सभा के साथ शास्त्री घाट, कचहरी, वाराणसी पर प्रारम्भ हुआ। आज सत्याग्रह…

डॉ. आंबेडकर का स्वतंत्रता संग्राम साम्राज्यवाद, ब्राह्मणवाद और पूंजीवाद तीनों के खिलाफ था

इतिहासकार गेल ओमवेट ने लिखा है कि “आंबेडकर का बुनियादी संघर्ष एक अलग स्वतंत्रता का संघर्ष था। यह संघर्ष भारत…

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस: क्या स्त्री मुक्ति का संघर्ष फासीवाद के ख़िलाफ़ हो रहे संघर्षों से जुड़ा है?

70 का दशक आंदोलनों का दशक था। सारी दुनिया में विभिन्न प्रकार के सामाजिक और राजनैतिक आंदोलन चल रहे थे।…

दाभोलकर की वैचारिक दुनिया: भारतीय समाज को विवेकपूर्ण बनाने का संघर्ष

मैं उम्मीद करता हूं आप डॉ नरेंद्र दाभोलकर को भूले नहीं होंगे। आज से दस साल पहले, तारीख 20 अगस्त…

ग्राउंड रिपोर्ट: धरती बचाने के संघर्ष से पीछे नहीं हट रहीं जबरकोट की महिलाएं

चमोली। उत्तराखंड में चमोली जिले के जबरकोट में कुछ दिनों की चुप्पी के बाद गांव की महिलाओं और गांव में…

‘अनहद’ का गांधी विशेषांक: सत्ता के नैतिक विमर्श में गांधी हमेशा बने रहेंगे

गांधी पर ‘अनहद’ का विशालकाय (650 पृष्ठों का) अंक एक सुखद आश्चर्य की तरह आया है; गांधी के हत्यारों के…

आज़ादी, उपलब्धियां और जनसंघर्ष

स्वतंत्रता प्राप्ति की एक और वर्षगांठ बीत चुकी है। आजादी कैसे प्राप्त हुई? 75 साल में किसी ने क्या पाया,…