पटना। कोरोना महामारी के दौर में जहां सामाजिक-सांस्कृतिक गतिविधियां लगभग ठप हैं, वैसे में ‘कोरस’ ने सामाजिक उत्पीड़न की बढ़ती…
भारतीय संविधान के मूल तत्वों को बचाने का संकल्प है धनंजय कुमार का शाहकार नाटक ‘सम्राट अशोक’
26 जनवरी, 1950 में संविधान को अपनाकर भारत एक सार्वभौम राष्ट्र के रूप में अवतरित हुआ। विश्व ने भारत के इक़बाल को…
सुरेखा सीकरी; अभिनय के लिए 70 एमएम का पर्दा भी छोटा था
दुनिया के लिए ‘सुरेखा सीकरी’ , पर हमारे लिए ‘फ़याज़ी, नहीं ‘फैज्जी’। जब सब तरफ़ से तुम्हारे इस जहां से…
प्रयागराज: अस्पताल में गैंगरेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता की मौत, प्रशासन ने कहा-लड़की गलतफहमी का शिकार
उत्तर प्रदेश के जिला प्रयागराज के स्वरूप रानी अस्पताल में ऑपरेशन थिएटर में अपने साथ गैंगरेप का आरोप लगाने वाली…
“25 वाला आटा 150 रुपये प्रति किलो पहुंच जाएगा, तब आप क्या करेंगे?”
“जिस मुजारा आंदोलन का अंत पंजाब में 1953 में हुआ था आज वैसा ही आंदोलन नए रूप में कृषि कानूनों…
दिनेश ठाकुर, थियेटर जिनकी सांसों में बसता था
हिंदी रंगमंच में दिनेश ठाकुर की पहचान शीर्षस्थ रंगकर्मी, अभिनेता और नाट्य ग्रुप ‘अंक’ के संस्थापक, निर्देशक के तौर पर…
जन्म दिवस विशेष: सदा रहेगी गुरशरण सिंह की रोशनी
गुरशरण सिंह हमारे दौर के योद्धा थे। एक विलक्षण सांस्कृतिक महा-लोकनायक। एक ऐसी मशाल जो मनुष्य विरोधी हर अंधेरे को…
जन्मदिन पर विशेष: जनवादी रंगमंच के पितामह गुरशरण सिंह का अधूरा सपना
नाटककार गुरशरण सिंह जनवादी रंगमंच के पितामह थे। उन्हें सब प्यार से ‘भा जी’ (भाई साहब) कहते थे। वह दोज़ख…
जन्मदिन विशेषः हबीब तनवीर ने कह दिया था सामाजिक-राजनीतिक उद्देश्यों के लिए फिल्मों को अलविदा
आधुनिक रंगमंच में हबीब तनवीर की पहचान लोक को पुनर्प्रतिष्ठित करने वाले महान रंगकर्मी की है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर…
जन्म दिन विशेषः नेमिचंद्र जैन ने रंगकर्म में भरे जीवन के रंग
साल 2019, नेमिचंद्र जैन यानी नेमि बाबू का जन्मशती वर्ष था। पिछले साल उनकी याद में शुरू हुए तमाम साहित्यिक…