देहरादून। उत्तराखंड के गढ़वाल जिले में आदमखोर बाघ के खौफ से ग्रामीणों को दस दिन बाद भी वन विभाग निजात…
शेर की दहाड़ और इंसान की आवाज
शेरों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। यह एक वायरल खबर थी। 2019 की संख्या में 6.7 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी…
‘आदमखोर’ क्यों बन जाता है बाघ?
एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार बिहार के पश्चिमी चम्पारण जिले में आठ अक्टूबर को मारे गए बाघ के बारे में किए…
प्रोजेक्ट चीता: एक शानदार मीडिया इवेंट लेकिन…
यदि आप भारतीय मीडिया की इस बात पर भरोसा करते हैं कि ‘प्रोजेक्ट चीता’ चीतों के संरक्षण हेतु प्रारंभ किया…
बेहूदे समय के त्रासद प्रहसन: डकैत रमेश सिकरवार बना चीता मित्रों का महानायक
चीता पुराण को लेकर चले मंथन की सबसे चटख खबर है डाकू रमेश सिकरवार का चीता मित्र के रूप में…
ग्राउंड रिपोर्ट: कैमूर के आदिवासियों ने भरी हुंकार, कहा- बाघ अभ्यारण्य नहीं बनने देंगे
कैमूर। ‘‘जल-जंगल-जमीन हम आपका, नहीं किसी के बाप का’’, ‘‘जल-जंगल-जमीन हमारा है, वन विभाग की जागीर नहीं’’, ’‘ ये धरती…
मुक्ति कामना का प्रतीक ‘द व्हाइट टाइगर’
एक सफेद शेर है जो पिंजरे में कैद है और उसकी बेचैनी, उसका गुस्सा और उसकी तड़प- सब एक तरफ…
उत्तराखंडः लॉकडाउन के बाद बढ़ गया मानव-पशु संघर्ष
उत्तराखंड में तीन महिलाओं और एक मासूम बच्चे को बाघ या तेंदुए ने मार डाला। कई लोग घायल हुए हैं।…
पूंजीवाद के इंजन को हमेशा के लिए बंद करना ही हमारा काम: अरुंधति रॉय
कोरोनावायरस की महामारी ने पूंजीवाद के इंजन को रोक दिया है। परन्तु यह एक अस्थाई स्थिति है। आज जब पूरी…
‘सेव द टाइगर’ के पीछे छुपे हैं कई स्याह कारनामें
‘सेव द टाइगर’ का उजला पक्ष मीडिया कल दिन भर आपको बतलाता रहा। मोदी जी बढ़ते बाघों की संख्या ट्वीट…