Estimated read time 3 min read
राजनीति

अतिरेकी विराटता का नहीं, समवायी लघुता के सम्मान का विवेक हैं राम

22 जनवरी 2024, हिंदु चित्त में चिर प्रतिष्ठित भगवान राम की अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा का दिन। ईश्वर के मनुष्य रूप में अवतरित होने की प्रतिष्ठा [more…]

Estimated read time 2 min read
संस्कृति-समाज

भक्ति कविता कौशल से नहीं बल्कि आचरण से पैदा हुई कविता है: सदानंद शाही

वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में आयोजित में ‘भक्तिकाल और भारत का स्वप्न’विषयक एकल व्याख्यान में प्रोफेसर गोपेश्वर सिंह ने कहा कि भक्तिकाल [more…]

Estimated read time 4 min read
बीच बहस

रामचरितमानस: साहित्यिक रचना या पौराणिक आख्यानॽ

इसी वर्ष जनवरी के मध्य में बिहार के शिक्षा मंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के नेता श्री चंद्रशेखर के रामचरितमानस संबंधी बयान पर जिस तरह [more…]

Estimated read time 3 min read
बीच बहस

बुद्ध पूर्णिमा पर विशेष: बुद्ध धम्म और भारत में प्रतिरोध की बहुजन-श्रमण प्रगतिशील परंपरा

मार्क्स ने कहा था “अब तक विद्यमान सभी समाजों का लिखित इतिहास वर्ग संघर्ष का इतिहास है।” यह वर्ग-संघर्ष विचारों के संघर्ष के रूप में [more…]

Estimated read time 4 min read
संस्कृति-समाज

पेरियार जयंती: सच्ची रामायण का विरोध धार्मिक से कहीं ज्यादा राजनीतिक है

(ई.वी. रामासामी नायकर ‘पेरियार’ (17 सितंबर, 1879—24 दिसंबर, 1973) बीसवीं शताब्दी के महानतम चिंतकों और विचारकों में से एक हैं। उन्हें वाल्तेयर की श्रेणी का [more…]

Estimated read time 2 min read
बीच बहस

उनके राम और अपने राम

संघ संप्रदाय अपनी यह घोषणा दोहराता रहता है कि अयोध्या में जल्दी ही श्रीराम का भव्य मंदिर बनाया जाएगा। बीच-बीच में यह खबर भी आती [more…]

Estimated read time 1 min read
बीच बहस

राष्ट्रवाद के साथ धर्म भी बन गया है धूर्तों के चेहरे का मुखौटा!

जिस किसी ने भी कहा था कि राष्ट्रवाद धूर्तों की आख़िरी पनाहगाह है, उसे उस दूसरी चोर गुफा का अंदाजा नहीं रहा होगा, जिसे धर्म, [more…]