स्मृति दिवस: नेहरू की नजर में राजनीति और धर्म का गठबंधन सबसे ज़्यादा ख़तरनाक
पंडित जवाहर लाल नेहरू का भारतीय इतिहास में अविस्मरणीय योगदान है। परतंत्र भारत में पंडित नेहरू की अहमियत जहां देश को आज़ाद कराने के लिए [more…]
पंडित जवाहर लाल नेहरू का भारतीय इतिहास में अविस्मरणीय योगदान है। परतंत्र भारत में पंडित नेहरू की अहमियत जहां देश को आज़ाद कराने के लिए [more…]
‘द कारवां’ ने 2002 की गुजरात हिंसा में यूनाइटेड किंगडम की सरकार द्वारा की गई जांच की एक प्रति प्राप्त की है, जिसे हाल ही [more…]
दिल्ली सरकार के एक दलित मंत्री का इस्तीफा सिर्फ दिल्ली तक सीमित घटना नहीं है। इसके लिए जो आधार गढ़ा गया है और मंत्री को [more…]
मुग़ल-ए-आजम अक़बर और राष्ट्रपिता गांधी के ‘सर्व धर्म समभाव’ की विचारधारा को मजबूत करना भी अब कम ख़तरनाक नहीं है, विशेषकर आज के समय में [more…]
आरएसएस की 100 से अधिक अनुषांगिक संस्थाएं हैं और इस सूची में नित नए नाम जुड़ते जा रहे हैं। संघ की अनुषांगिक संस्थाओं में से [more…]
अहमदाबाद : 26 जुलाई 2008 को 70 मिनट में 21 जगह सीरियल बॉम्ब ब्लास्ट से अहमदाबाद ही नहीं पूरा देश दहल गया था। 13 साल [more…]
हरिद्वार में संपन्न हुई तथाकथित धर्म संसद में जिस तरह से नरसंहार की बातें की गईँ, उससे एक बार फिर कई मिथ ध्वस्त हो गए [more…]
भारतीय राजनीतिक-सामाजिक परिप्रेक्ष्य में छह दिसंबर बहुत महत्त्वपूर्ण है। एक तो डॉ. आम्बेडकर की यह पुण्यतिथि है, दूसरे यह बाबरी मस्जिद ध्वंस का भी दिन [more…]
सांप्रदायिक हमला मामले की ग्राउंड रिपोर्टिंग के लिये त्रिपुरा जा रही दो महिला पत्रकारों समृद्धि सकुनिया और स्वर्णा झा को असम पुलिस ने उनके होटल से [more…]
विश्व हिन्दू परिषद के महासचिव मिलिन्द परांडे ने हाल (सितम्बर, 2021, ‘दि टाइम्स ऑफ इंडिया’) में कहा कि गंगा-जमुनी तहजीब (जिसे भारत में हिन्दू और [more…]