Friday, April 26, 2024

असद ज़ैदी

फैज को न इस्लाम पचा सकता है और न हिंदू खारिज कर सकता है!

(पाकिस्तान में कभी जनरल ज़ियाउल हक़ की सैन्य सरकार को उखाड़ फेंकने के आह्वान का प्रतीक बनी मशहूर शायर फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की नज़्म `हम देखेंगे` ने इन दिनों हिन्दुस्तान के शासकों को बेचैन कर रखा है। आईआईटी, कानपुर...

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