पोलैंड के वारसा एयरपोर्ट पर फंसे 50 से ज़्यादा भारतीयों ने की सरकार से अपील

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नई दिल्ली। पोलैंड के वारसा एयरपोर्ट पर 50 से ज़्यादा भारतीय फंसे हुए हैं। इनमें से ज़्यादातर वो छात्र हैं जिनके होस्टल बंद कर दिए गए हैं और उनके रहने के लिए अब कोई जगह नहीं बची थी। इन लोगों का एयरपोर्ट से शूट किया गया एक वीडियो सामने आया है। जिसमें वह भारत सरकार से अपील करते हुए देखे जा सकते हैं।

उन लोगों ने बताया कि वहाँ से दो विमान दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं और दोनों ख़ाली आए। क्योंकि डीजीसीए ने उसमें यात्रियों को बैठने की इजाज़त नहीं दी। आप को बता दें कि भारत सरकार ने यूरोप समेत तमाम देशों के यात्रियों के भारत आने पर पाबंदी लगा दी है। 

हालांकि कोरोना के लिहाज़ से यह बात सही लगती है। लेकिन अपने नागरिकों के भारत आने पर कैसे रोक लगायी जा सकती है। यह तो सरकार की ज़िम्मेदारी बनती है कि उन्हें वहाँ से सुरक्षित निकाल कर उनके घर पहुँचाना। और ज़रूरत पड़ने पर उन्हें हर तरह का मदद पहुंचाना। इन लोगों ने सामान्य दर से ज़्यादा क़ीमतों पर टिकट भी ख़रीद रखें हैं। लेकिन सरकार के फ़ैसले के चलते अब उन्हें खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

पोलैंड में बसे भारतीय समुदाय द्वारा भारत सरकार से की गयी अपील:

Dear Ravish Ji,

On 17th March, “Lot” (name of Polish Airlines) scheduled flight at 22:45 to Delhi. 

Many Indians who were stuck in Warsaw due to coronavirus situation, for eg: 

1. Students had to leave university hostels because university closed their hostels.

2.or who needed to go India due to personal emergency reasons.

They bBought very costly tickets to India. Usual ticket price is 40,000 inr return but for this flight they paid 60-70,000 inr for one way.

They reached airport on time but upon arrival they were not allowed to board plane due to non approval by DGCA India. 

They were stranded in airport helpless.

Their appeal can be heared here: https://www.facebook.com/Polandian/videos/1555165877982213/

Question:
1. Why Polish airlines sold ticket if they didnt had permission to land in india.
2. How India can leave their own nationals outside India and not allow them to enter their country.

Thanks,
Indian Community of Poland.

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