खनन माफिया और खट्टर सरकार की मिलीभगत से हुआ डाडम हादसा

“डाडम में खनन माफिया गुंडागर्दी करते हैं। वहां किसी को आने-जाने या जांच नहीं होने दी जाती है।” उपरोक्त बातें भिवानी से बीजेपी चौधरी धर्मबीर सिंह ने कही है। भाजपा सांसद ने इशारों ही इशारों में बताया है कि खनन माफिया सरकार को अंधेरे में रखकर बहुत बड़ी गड़बड़ और घोटाले को अंजाम दे रहे हैं।

भाजपा सांसद ने अपनी ही सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि ये हादसा खनन माफियाओं की गड़बड़ से हुआ है। कोई कितना बड़ा आदमी हो, सजा मिलनी चाहिए। साथ ही भाजपा सांसद ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से जांच कर कार्रवाई की मांग की है।

वहीं कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने भी खट्टर सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि भिवानी खनन हादसे में मारे गए लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन है? अवैध खनन के तार ऊपर तक जुड़े होने और सारे नियम कानून तोड़कर खनन की बात आ रही है। मृतकों के परिजनों को अधिकाधिक मुआवजे देने के साथ आपराधिक मामला दर्ज़ हो और जांच हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में कराई जाए।

खट्टर सरकार में खनन मंत्री मूलचंद शर्मा ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। शर्मा का कहना है कि इस मामले में जो भी दोषी होगा उनके ख़िलाफ़ एक्शन लिया जाएगा।

इस मामले की जांच के लिए कमेटी बना दी गई है, जो पता करेगी हादसे की वजह क्या है?

क्या हुआ है डाडम में

1 जनवरी शनिवार को डाडम में पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा ढहने से 3 लोगों की मौत हो गई। मलबे में कई वाहन चपेट में आ गए थे। इससे कई लोग घायल भी हो गए। रेस्क्यू के लिए ग़ाज़ियाबाद से NDRF की मधुबन से SDRF की टीम बुलाई गई थी।

वहीं चश्मदीदों के मुताबिक, सुबह के वक्त जब मजदूर पहाड़ तोड़ने का काम कर रहे थे तभी एक हिस्सा अचानक से मजदूरों पर गिर गया। गौरतलब है कि हादसे वाली जगह दोनों तरफ से अरावली पर्वत से घिरी हुई है। अरावली पर्वत में तोड़-फोड़ पर सुप्रीम कोर्ट से बैन है।

(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।)

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