राहुल ने नये वीडियो में कहा- मोदी सरकार ने अपने तीसरे आक्रमण में तबाह कर दिए छोटे दुकानदार

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कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने लॉकडाउन को असंगठित क्षेत्र के लिए तबाहकारी बताया है। उन्होंने कहा कि बेगैर तैयारी और नोटिस जारी किए बिना जिस तरह से मोदी सरकार ने लॉकडाउन लगाया है वह गरीब लोगों, छोटी दुकान चलाने वालों और रोज कमाने-खाने वाले लोगों के लिए सरकार का तीसरा बड़ा हमला था। यह बातें उन्होंने अर्थव्यवस्था के बारे में जारी अपने एक चौथे वीडियो में कही हैं। राहुल गांधी सरकार बिना तैयारी लगाए गए लॉकडाउन और उसके बाद गरीब लोगों की मदद न करने के मामले में सरकार की लगातार आलोचना कर रहे हैं। वह अपनी बात रखने के लिए वीडियो की एक श्रंख्ला भी जारी कर रहे हैं।

राहुल गांधी ने जारी नए वीडियो में कहा है कि कोरोना के नाम पर जो किया गया वो असंगठित क्षेत्र पर तीसरा आक्रमण था। यह गरीब लोगों, स्मॉल और मीडियम बिजनेस के लोगों के साथ ही रोज कमाने-खाने वाले लोगों के लिए कहर बन कर टूटा। उन्होंने कहा कि जब बिना कोई नोटिस के लॉकडाउन किया गया तो दरअसल यह ऐसे गरीब और छोटी पूंजी वाले लोगों के लिए किसी हमले के समान ही था।

राहुल गांधी ने कहा, “प्रधानमंत्री जी ने कहा कि 21 दिन की लड़ाई होगी, असंगठित क्षेत्र के रीड की हड्डी 21 दिन में ही टूट गई।” उन्होंने कहा कि लॉकडाउन खुलने का समय आया तो कांग्रेस पार्टी ने कई बार सरकार से कहा कि गरीबों की मदद करनी ही पड़ेगी। न्याय योजना जैसी एक स्कीम लागू करनी पड़ेगी। गरीबों के बैंक अकाउंट में सीधा पैसा डालना पड़ेगा, लेकिन मोदी सरकार ने कुछ नहीं किया।

राहुल ने वीडियो में कहा, “हमने कहा स्मॉल एंड मीडियम बिजनेस के लिए, आप एक पैकज तैयार कीजिए, उनको बचाने की जरूरत है। बिना इस पैसे के ये नहीं बचेंगे, सरकार ने कुछ नहीं किया। उल्टा सरकार ने सबसे अमीर 15-20 लोगों का लाखों-करोड़ों रुपये टैक्स माफ कर दिए।”

कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, “लॉकडाउन कोरोना पर आक्रमण नहीं था। लॉकडाउन हिंदुस्तान के गरीबों पर आक्रमण था। हमारे युवाओं के भविष्य पर आक्रमण था। लॉकडाउन मजदूर किसान और छोटे व्यापारियों पर आक्रमण था। हमारी असंगठित अर्थव्यवस्था पर आक्रमण था।”

राहुल गांधी ने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि हमें इस बात को समझना होगा और इस आक्रमण के खिलाफ हम सबको खड़ा होना होगा।

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