पंजाब। पंजाब पूरा एक हफ्ता बाढ़ की जद में रहा। खतरा अभी टला नहीं है। प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस का आरोप है कि बाढ़ से हुए नुकसान के पीछे प्राकृतिक आपदा कम और सरकारी नालायकी ज्यादा है। कांग्रेस की ओर से बाढ़ से हुए नुकसान के मुआवजे के लिए मानसा में विशाल रोष प्रदर्शन किया गया। प्रदेश कांग्रेस की लगभग समूची लीडरशिप ने इसमें शिरकत की और हजारों लोग इकट्ठा हुए।
मानसा के स्थानीय जिला प्रबंधकीय कांपलेक्स के नजदीक विशाल रोष प्रदर्शन किया गया। मुख्य एजेंडा बाढ़ से हुए नुकसान के मुनासिब मुआवजे का था। वक्ताओं ने आरोप लगाया कि राज्य में आई बाढ़ प्राकृतिक आपदा नहीं बल्कि सरकार की घोर नालायकी का नतीजा है। वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने आम आदमी पार्टी सरकार की जमकर आलोचना करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव के मौके पर किए गए वादों को पूरा करने की बजाय जनविरोधी फैसले लिए जा रहे हैं। कांग्रेस ने मांग की कि बाढ़ के चलते जान से हाथ धोने वाले लोगों के परिजनों को कम से कम दस लाख रुपए बतौर मुआवजा दिए जाएं। 50 हजार रुपए प्रति एकड़ बाढ़ ग्रस्त किसानों को दिए जाएं। घायलों को पांच-पांच लाख रुपए और मरे दुधारू पशुओं के मालिकों को 50-50 हजार रुपए दिए जाएं। क्षतिग्रस्त मकानों की मरम्मत के लिए पांच-पांच लाख व दुकानदारों को हुए नुकसान के लिए दो-दो लाख रुपए की मुआवजा राशि तत्काल मिले।
पंजाब प्रदेश कांग्रेसाध्यक्ष राजा वडिंग अमरिंदर सिंह ने कहा कि जितना नुकसान ‘आप’ ने सूबे में ड़ेढ़ साल में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किया है, उतना पिछली किसी सरकार ने नहीं किया। उन्होंने कहा कि पंजाब में नशे की बाढ़ भी आई हुई है। दिन-प्रतिदिन नौजवान मौत के मुंह में जा रहे हैं लेकिन सरकार नशा रोकने वाले युवकों को जेलों में बंद कर दे रही है। भ्रष्टाचार हदें पार कर रहा है। बाढ़ की मुआवजा राशि पर सरकार लगातार झूठ बोल रही है कि पैसा आज-कल में मिल जाएगा लेकिन किसी को फूटी कौड़ी भी नहीं मिली। अमरिंदर ने पंजाब भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुनील कुमार जाखड़ का नाम लेकर कहा कि अगर वह सचमुच पंजाब हितैषी हैं तो प्रधानमंत्री कोष से 1500 करोड रुपए की राशि बाढ़ पीड़ितों के लिए फौरन जारी करवाएं। पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान चुटकुलेबाज हैं, बाढ़ पीड़ितों के लिए गंभीर नहीं हैं। अभी तक जो कुछ बाढ़ ग्रस्त लोगों के लिए किया गया है-वह खानापूर्ति के सिवा कुछ नहीं।
सरकार की बेरुखी के खिलाफ हम पूरे राज्य में धरना-प्रदर्शन करेंगे। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा कि सरकार मौके पर जागती तो बाढ़ से इतना भीषण नुकसान नहीं होना था लेकिन मुख्यमंत्री कुंभकरनी नींद सोते रहे और लोग मरते रहे। पूर्व मंत्री व विधायक राणा गुरजीत सिंह ने कहा कि सरकार चाहती तो नुकसान कम हो सकता था लेकिन अफसरशाही की नालायकी के चलते लोग बर्बाद हो गए, उन्हें संभलने में बरसों लग जाएंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय इंदर सिंगला ने कहा कि इतने ज्यादा नुकसान के लिए भगवंत मान सरकार जिम्मेवार है।
रोष-प्रदर्शन में बड़ी तादाद में नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शिरकत की। भीड़ देखकर लगता था कि कम से कम मालवा में तो कांग्रेस कहीं न कहीं फिर मजबूत हो रही है।
(अमरीक की रिपोर्ट।)