हबीब तनवीर की पुण्यतिथि पर विशेष: सबसे हबीब

भारतीय रंगमंच की कोई भी चर्चा हबीब तनवीर के बिना अधूरी ही रहेगी, हबीब तनवीर पर चर्चा का मतलब रंगमंच…

हबीब तनवीर की पुण्यतिथि: एक लोकधर्मी आधुनिक नाटककार

आधुनिक रंगमंच में हबीब तनवीर की पहचान लोक को पुनर्प्रतिष्ठित करने वाले महान रंगकर्मी की है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर…

बरसी पर विशेष: साल पूरा होते-होते टूटने लगा मोदी का मायाजाल

रेलवे प्लेटफार्म पर मृत मां को जगाने की कोशिश कर रहे बच्चे की तस्वीर ने नए भारत के चेहरे से…

जवाहरलाल नेहरू: मन, कर्म और वचन से समाजवादी

27 मई 1964 को पंडित जवाहरलाल नेहरू का निधन हुआ। नेहरू के निधन के बाद एक दशक तक तो सब…

मजरूह सुल्तानपुरी की पुण्यतिथि: मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगर…

’‘मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगर/ लोग साथ आते गए और कारवां बनता गया’’ उर्दू अदब में ऐसे बहुत…

पुण्यतिथि: राजीव गांधी की आंखों ने देखा था भारत के आधुनिकीकरण का सपना

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज पुण्य तिथि हैं। आज ही के दिन 21 मई 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरम्बदूर…

पुण्यतिथि पर विशेष: विजय तेंदुलकर, भारतीय रंगमंच में यथार्थवाद का चितेरा

भारतीय रंगमंच को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाने वाले विजय तेंदुलकर, देश के महान नाटककारों में से एक थे।…

जयंती पर विशेष: शानी के मानी

शानी के मानी यूं तो दुश्मन होता है और गोया कि ये तखल्लुस का रिवाज ज्यादातर शायरों में होता है।…

हसरत मोहानी की पुण्यतिथि पर विशेष: जिन्होंने दिया ‘इंकलाब जिंदाबाद’ का नारा और मांगी मुकम्मल आजादी

जंग-ए-आजादी में सबसे अव्वल ‘इन्क़लाब ज़िंदाबाद’ का जोशीला नारा बुलंद करना और हिंदुस्तान की मुकम्मल आज़ादी की मांग, महज ये…

मंटो की जयंती पर विशेष: जो बात की, खुदा की कसम लाजवाब की

उर्दू अदब के बेमिसाल अफसानानिगार सआदत हसन मंटो, आज ही के दिन यानी 11 मई, 1912 को अविभाजित भारत में…