जब बेदी और मंटो में ख़तो-किताबत बंद हो गई
अफ़साना निगार राजिंदर सिंह बेदी का दौर वह हसीन दौर था, जब उर्दू अदब में सआदत हसन मंटो, कृश्न चंदर, इस्मत चुग़ताई और ख़्वाजा अहमद [more…]
अफ़साना निगार राजिंदर सिंह बेदी का दौर वह हसीन दौर था, जब उर्दू अदब में सआदत हसन मंटो, कृश्न चंदर, इस्मत चुग़ताई और ख़्वाजा अहमद [more…]
देहरादून। कल 30 मई को तिलाड़ी विद्रोह की याद में प्रदेश भर में कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसके तहत जुलूस, प्रदर्शन और संगोष्ठियां आयोजित की [more…]
हर देश-काल में ऐसी विभूतियां हुई हैं, जिन्हें बहुत छोटा जीवन मिला, लेकिन छोटे से जीवनकाल में ही उन्होंने अपने समय के समाज में हलचल [more…]
समाजवादी चिंतक पूर्व सांसद सुरेंद्र मोहन जी से 1984 में दिल्ली पहुंचने के बाद लगातार मुलाकात होती थी। जनता दल में जनता पार्टी की तरह [more…]
1956 में आज ही के दिन – 6 दिसंबर को – नहीं रहे थे बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर ; मगर कमाल ही है उनका [more…]
भगवान दास का जन्म 23 अप्रैल, 1927 को जुतोग छावनी, शिमला (हिमाचल प्रदेश) में रहने वाले एक अछूत परिवार में हुआ था। उन्होंने द्वितीय [more…]
‘फांसी पर ही तो चढ़ा दोगे और क्या? हम इससे नहीं डरते!’ उक्त बयान भारत मां के उस सपूत के हैं, जो मात्र 19 वर्ष [more…]
‘क्या आजादी सिर्फ तीन थके हुए रंगों का नाम है, जिन्हें एक पहिया ढोता है या इसका कोई मतलब होता है?’ हिन्दी कविता के एंग्रीयंगमैन [more…]
आज से करीब 50 साल से भी पहले प्रसिद्ध अमरीकी लेखक मारियो पूजो की बहुचर्चित किताब” गॉडफादर” आयी थी जो करीब 67 सप्ताह यानी करीब [more…]
नई दिल्ली। एसकेएम द्वारा पूरे भारत में 2 अक्टूबर को गांधी जयंती मनाई जाएगी। एसकेएम सभी मोर्चों पर दिन भर उपवास रखकर गांधी जयंती मनाएगा। [more…]