आधुनिक बांग्ला नाट्य मंच में शंभु मित्र की पहचान शीर्षस्थ नाटककार, अभिनेता और निर्देशक के रूप में है। उनकी पूरी…
जन्मदिन पर विशेष: टैगोर की दृष्टि में राष्ट्रवाद और देशभक्ति
गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर एक अंतरराष्ट्रीय व्यक्तित्व थे। बंगाल के कुछ बेहद सम्पन्न लोगों में उनका परिवार आता था। उनके…
बांग्ला नववर्ष और जातीय अस्मिता के सवाल पर कुछ विचार
हम अपने जीवन में ही पोयला बैशाख से जुड़ी बंगवासियों की अस्मिता के पहलू के नाना आयामों और उनके क्रमिक…
बांग्ला साहित्य की विद्रोही दलित चेतना का हिंदी दीप
जब बांग्ला साहित्य और समाज की उदार और विद्रोही चेतना को हिंदी इलाके के संकीर्ण राष्ट्रवाद और बंगाल में पहले…
दावत, जहां मेजबान और मेहमान में गुफ्तगू तक नहीं!
दावत चाहे किसी धन कुबेर की हो या किसी निर्धन की, उसमें एक गर्म जोशी होती है, मिलने मिलाने का…