दिल्ली विधानसभा चुनाव: शीला दीक्षित की दिल्ली के दावेदार!

(यह टिप्पणी करीब 6 साल पहले मार्च 2019 में लिखी गई थी। विद्वान पत्रकार साथी अरुण त्रिपाठी ने दिल्ली में…

नफरत की इंतिहा: कहां गईं शीर्ष नेताओं की नसीहतें

अपने गठन के बाद से ही आरएसएस ऐसी अनेक संस्थाओं का निर्माण करता आया है जो हिंदुत्व या हिन्दू राष्ट्रवाद…

महिलाओं की आम चिंता : मंदिर नहीं शौचालय

2024 का अवसान बहुत तेज़ी से हो गया और हम कई मामलों में काफी पीछे रह गये; चाहे सवाल बुनियादी…

फिलहाल उम्मीद के साथ इंतजार का कोई विकल्प नहीं है

अब 2025 शुरू हो गया है। पिछले साल को याद किया जाये तो भारत के लोगों को कई तरह की…

बाबासाहेब अम्बेडकर: हिन्दू दक्षिणपंथी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

हाल (दिसंबर 2025) में संसद में चर्चा के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने अपने भाषण में एक ओर बाबासाहेब अम्बेडकर…

राजनीतिक फॉर्मेट में सांस्कृतिक, सभ्यता संघर्ष से गुजर रहा है भारत

आम लोगों के लिए जारी राजनीतिक घमासान को ठीक से समझने की जरूरत है। इसे सिर्फ राजनीतिक संघर्ष के रूप…

संविधान पर बहस; बोले तो बहुत मगर बताने के लिए कम छुपाने के लिए ज्यादा बोले  

संविधान पर हुई बहस में प्रधानमंत्री मोदी लगभग दो घंटा बोले मगर ठीक वही बात नहीं बोले जो बोलनी थी।…

संवैधानिक संस्थाओं को बचाने के लिए लोकतांत्रिक ताकतों को लंबी जद्दोजहद से गुजरना होगा

बस अब यही बच गया था, संसद भवन के द्वार पर आज सांसदों के बीच धक्का-मुक्की हुई। यह हमारी संवैधानिक…

बाबरी से मुरादाबाद वाया रतलाम बाड़ाबंदी का अभियान

हादसे वक्त के गुजरने के साथ अपने आप बेअसर नहीं होते, जख्म खुद-ब-खुद नहीं भरते। इसका उलट जरूर होता है,…

तालिबान, महिलाओं की समानता और हिंदुत्व राष्ट्रवाद

तवलीन सिंह एक जानी-मानी स्तंभ लेखक हैं। गत 8 दिसंबर 2024 को द इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित उनके कॉलम में…