देश के विभिन्न क्षेत्रों में रहने वाले दलित महसूस करते हैं कि 2024 के लोकसभा के चुनाव के बाद संविधान…
स्मृति विशेष : सामाजिक न्याय और संविधान को बचाने लिए आजीवन लड़ते रहे चौथीराम यादव
हिंदी साहित्य जगत के वरिष्ठ मार्क्सवादी विचारक, आलोचक और अंबेडकरी विचारधारा के समर्थक प्रोफेसर चौथीराम यादव का 12 मई 2024…
इस संविधान के प्रति आरएसएस की इतनी हिकारत क्यों है?
(वाजपेयी सरकार ने संविधान को बदलने की कोशिश की थी, लेकिन 2004 के चुनाव में हार गई। हमें सतर्क रहना…
संविधान के आईने में लोकतंत्र के सवाल का जवाब है समझदार मतदान
आम चुनाव 2024 का दूसरे चरण में आज 26 अप्रैल को चुनाव संपन्न हो गया है। इस बीच आज ही,…
‘ये बाबू संविधान बचाईं कि चिराग बाबू के जिताईं समझ में नाही आवत बा’
यह बात बिहार की करीब 60-65 वर्ष की पासी समाज की एक महिला ने कही। जब हम लोग संविधान बचाने…
‘अबकी बार, 400 पार’ के पीछे का आखिर असली एजेंडा क्या है?
इस बारे में क्या पक्ष और क्या विपक्ष सभी माथापच्ची कर चुके हैं। 10 साल के शासन से बेहाल युवा…
लोकतंत्र में चुनाव लघुता का पर्व और गर्व होता है, प्रभुता का पर्व और प्रसाद नहीं
लोकतंत्र में चुनाव सबसे बड़ा पर्व होता है, लोकतंत्र का पर्व। लोकतंत्र का पर्व असल में किस का पर्व होता…
नरेंद्र मोदी के लिए जो कुछ अमृत है, आंबेडकर के लिए वह सब कुछ ज़हर था
“अगर हिन्दू राज हकीकत बनता है, तब वह इस मुल्क के लिए सबसे बड़ा अभिशाप होगा। हिन्दू कुछ भी कहें,…
बिहार निर्दलीयों को संसद भेजता रहा है, क्या पप्पू यादव इस बार भी संसद पहुंचेंगे?
बिहार के सीमांचल जिले पूर्णिया में राजनीतिक सरगर्मी इतनी बढ़ी हुई है कि अगर आप बीच में किसी को टोक…
केजरीवाल की गिरफ्तारी के मामले में संवैधानिक नैतिकता दांव पर है
भ्रष्टाचार के कथित आरोप में एक सेवारत मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी एक कानूनी मुद्दा, एक राजनीतिक मुद्दा और एक संवैधानिक मुद्दा…