लोकतंत्र एक गतिशील अवधारणा है। इसलिए सामाजिक, आर्थिक सांस्कृतिक और अन्य परिवर्तनों के अनुरूप लोकतंत्र का स्वरूप बनता-बिगडता रहा है।…
विचारधारा पर संशय व नेतृत्व का संकट
जिन लोगों को लगता है यह व्यवस्था पूंजीपतियों के लिए है और इसमें बहुसंख्यक जनता न्यूनतम जरूरतें भी पूरी नहीं…
हिंदुओं, अपने भीतर झांको
व्यक्ति हो, धर्म हो या राष्ट्र, जब अपनी कमियों को जानने-समझने और सुधारने का काम छोड़ कर दूसरों की कमियों…
शिक्षकों को भी दरकार है सही शिक्षा की
आजादी के पचहत्तर वर्ष पूरे होने का जश्न एक तरफ बड़े उत्साह और कहीं-कहीं उन्मत्तता के साथ भी मनाया गया,…
मछुआरों को भारत-पाकिस्तान शत्रुता में बंधक नहीं बनाया जा सकता
“यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे समय में जब पाकिस्तान और भारत आजादी के 75 वें वर्ष का जश्न मना रहे…
बापू के पास है घायल लोकतंत्र की औषधि
बड़ी संख्या में लोग मानने लगे हैं कि भारतीय लोकतंत्र एक संकट के दौर से गुज़र रहा है। लोकतान्त्रिक संस्थाओं…
व्यवसायिक हित स्वतंत्र पत्रकारिता पर हावी, लोकतंत्र से समझौता:चीफ जस्टिस
चीफ जस्टिस एनवी रमना ने मीडिया पर व्यापारिक घरानों के वर्चस्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब एक मीडिया हाउस…
न्यायाधीश सामाजिक वास्तविकताओं से आंखें नहीं मूंद सकते:चीफ जस्टिस
चीफ जस्टिस एनवी रमना ने कहा है कि वर्तमान समय की न्यायपालिका के सामने सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक…
पहली नागरिक के रूप में कितना कारगर साबित होंगी मुर्मू
संविधान निर्माताओं समेत स्वाधीनता संग्राम से मंज-तपकर निकले सिद्धान्तनिष्ठ और खरे राजनेताओं की उस पुरानी पीढ़ी ने (जिसे यह पता…
राजनीतिक विरोध का शत्रुता में बदलना स्वस्थ लोकतंत्र का संकेत नहीं: चीफ जस्टिस रमना
भारत के चीफ जस्टिस एनवी रमना ने शनिवार को राजनीति विशेषकर सत्ताधारी दल की राजनीति की एक दुखती रग पर…