स्वाधीन लोकतंत्र में लोकतांत्रिक और सांस्कृतिक निरंकुशता का निर्णायक दौर
संस्कृति के लाक्षागृह में प्रवेश कर चुके लोकतंत्र के बचाव लिए जन-गंगा तक पहुंचने के लिए कोई तो सुरंग होनी चाहिए। भारत की लोकतांत्रिक राजनीति [more…]
संस्कृति के लाक्षागृह में प्रवेश कर चुके लोकतंत्र के बचाव लिए जन-गंगा तक पहुंचने के लिए कोई तो सुरंग होनी चाहिए। भारत की लोकतांत्रिक राजनीति [more…]
जिन्होंने खुद आडवाणी को अपने रास्ते से हटाकर, एक तरह से उन्हें कारावासी मार्गदर्शक मंडल में डाल दिया, वे आज गांधी के पटेल की जगह [more…]
अपरान्ह जैसे ही कामरेड सीताराम येचुरी के अवसान की ख़बर आई तमाम वामपंथी संगठनों में ख़ामोशी छा गई। वे एक प्रसिद्ध स्तंभकार, अर्थशास्त्री और सामाजिक [more…]
(जाने-माने विधिवेत्ता, लेखक, पत्रकार और स्तंभकार एजी नूरानी का निधन हो गया है। वह 93 साल के थे। इसके साथ ही न केवल कानून बल्कि [more…]
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला तरह-तरह के विवादों के घेरे में रहे हैं। हाल में लोकसभा अध्यक्ष बतौर अपने दूसरे कार्यकाल में पदभार ग्रहण करने के [more…]
नई दिल्ली। आरएसएस के तत्कालीन सरसंघचालक बालासाहेब देवरस ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को दूसरा पत्र भी यरवदा जेल से ही लिखा। यह पत्र 10 [more…]
‘जनता पूछ रही क्या बतलाऊं, जनकवि हूं साफ़ कहूंगा क्यों हकलाऊं।’ ये पंक्तियां बाबा नागार्जुन की कविता की हैं। इसमें वे स्पष्ट शब्दों में कहते [more…]
(बीजेपी ने इमरजेंसी को बड़ा मुद्दा बनाया हुआ है। नवगठित लोकसभा में स्पीकर ओम बिड़ला ने पहला काम जो किया वह इमरजेंसी के खिलाफ प्रस्ताव [more…]
फिर से स्पीकर चुने जाने के बाद ओम बिड़ला ने कहा -(प्रधानमंत्री ने उनके बयान का समर्थन किया)- कि इमरजेंसी लागू होने वाले दिन 25 [more…]
18वीं लोकसभा के गठन की प्रक्रिया के दौरान चंद दिनों में ही टकराव की जगह परस्पर सामंजस्य का liberal illusion ध्वस्त हो चुका है और [more…]