अंग्रेजी के एक युवा पत्रकार और हिंदी के उभरते आलोचक आशुतोष भारद्वाज को भारतीय उच्च शोध संस्थान की पत्रिका “चेतना”…
सेंट्रल विस्टा की बलिवेदी पर राष्ट्रीय अभिलेखागार
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के चर्चा में आने के बाद राष्ट्रीय अभिलेखागार, नई दिल्ली की ऐतिहासिक इमारत भी चर्चा में आ…
सेंट्रल विस्टा की बलिवेदी पर राष्ट्रीय अभिलेखागार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के असीमित अहंकार का भयावह प्रतीक बन चुकी “सेंट्रल विस्टा परियोजना” कोरोना की महामारी में बढ़ते मृतकों…
भगत सिंह जन्मदिवस पर विशेष: क्या अंग्रेजों की असेंबली की तरह व्यवहार करने लगी है संसद?
(आज देश सचमुच में वहीं आकर खड़ा हो गया है जिसकी कभी शहीद-ए-आजम भगत सिंह ने आशंका जाहिर की थी।…
भोजपुरी जो हिंदी नहीं है!
उदयनारायण तिवारी की पुस्तक है ‘भोजपुरी भाषा और साहित्य’। यह पुस्तक 1953 में छपकर आई थी। लेखक ने पुस्तक के…
नई शिक्षा नीति पर टिप्पणी: प्राथमिक स्तर से ही होनी चाहिए पढ़ाई की समान व्यवस्था
नयी शिक्षा नीति के अनुसार प्राथमिक शिक्षा जो मातृभाषा में देने की बात की गई है, वह क्या केवल सरकारी…
हिंदी अख़बार क्यों हो जाते हैं शरजील इमाम केस में भड़काऊ?
शरजील इमाम के केस को कवर करते समय हिंदी के अख़बारों ने फिर पत्रकारिता के उसूलों के साथ समझौता किया…
अंग्रेजों का छोड़ा पखाना ढोना अब तो बंद करे हिन्दुस्तान!
झारखंड के नए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने घोषणा की है कि वे सत्ता पर बैठे लोगों को गार्ड ऑफ ऑनर…
माहेश्वरी का मत: सत्ता विमर्श की एक प्रस्तावना है नंदकिशोर आचार्य का नाटक ‘बापू’
नटरंग पत्रिका के मार्च 2006 के अंक में प्रकाशित नंदकिशोर आचार्य जी के ‘बापू’ नाटक को पढ़ कर कोई यदि…
चुभने लगी है फ़ीस की सूई छात्रों को, अब IIMC के पत्रकारों ने किया आंदोलन
भारतीय जनसंचार संस्थान के छात्र फ़ीस वृद्धि का विरोध कर रहे हैं। उनका मांग पत्र मुझ तक भी पहुंचा है,…