भारतीय पुनर्जागरण में महिलाओं का योगदान

यह उस जमाने की बात है, जब भारतीय समाज में गाना-बजाना और नाच में लगी महिलाओं को नीची निगाह से…

‘आधार’ के जिन्न की नई सौग़ात के बहाने नागरिक जीवन और अधिकारों पर सरकार का ताज़ा हमला

हाल ही में, 21 दिसंबर 2021 को, संसद में एक क़ानून पास किया गया जिसके प्रमुख प्रावधान के तहत वोटर…

जब गांधी ने 125 वर्ष तक जीने की इच्छा त्याग दी थी!

इस समय जब पूरी दुनिया महात्मा गांधी की ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रही है और उनके विचारों की…

सचमुच में नींव की ईंट थे बहुआयामी व्यक्तित्व के मालिक रामवृक्ष बेनीपुरी

रामवृक्ष बेनीपुरी का व्यक्तित्व बहुआयामी था। उन्होंने गद्य-लेखक, शैलीकार, पत्रकार, स्वतंत्रता सेनानी, समाज-सेवी, हिंदी प्रेमी, निबंधकार और नाटककार के रूप…

काकोरी के शहीद बताते हैं कि भीख नहीं कुर्बानियों से मिली है आजादी

‘कस ली है कमर अब तो,कुछ करके दिखाएंगे, आजाद  ही  हो  लेंगे, या सर  ही  कटा  लेंगे…’  ( काकोरी केस…

किताब समीक्षा: प्रगतिशील आंदोलन पर गंभीर चर्चा करने वाली किताब है ‘तरक़्क़ीपसंद तहरीक की रहगुज़र’

जाने-माने लेखक, समीक्षक और समकालीन समस्याओं पर समान रूप से कलम चलाने वाले पत्रकार जाहिद खान की हाल ही में…

स्वतंत्रता सेनानियों को भुलाकर किया जा रहा आजादी का अमतृ महोत्सव बेमानी है

भारत सरकार आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर पूरे देश में साल भर के लिए आजादी का अमृतमहोत्सव मना…

वीरांगनाओं के कारनामों से भरा पड़ा है स्वाधीनता संग्राम का इतिहास

भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में महिलाओं ने पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर अपना पूरा योगदान दिया। स्वतंत्रता संग्राम…

बटुकेश्वर दत्त और सावरकर का नाम एक साथ नहीं लिया जा सकता: दीपंकर

पटना। भगत सिंह के साथी महान क्रांतिकारी बटुकेश्वर दत्त के जन्म दिन पर आज पटना के भारतीय नृत्य कला मंदिर…

आजादी की लड़ाई में शहादत का कारखाना बन गया था यूपी का शाहजहांपुर

1857 गदर से लेकर 1942 की अगस्त क्रांति तक शाहजहांपुर जनपद के क्रांतिकारियों ने स्वाधीनता की लड़ाई में बढ़-चढ़कर सहभागिता…