विलियम शेक्सपीयर का मशहूर नाटक है रोमियो जूलियट। उसकी नायिका जूलियट नायक रोमियो से कहती है कि `नाम में क्या…
एक नास्तिक की धर्म-चर्चा
जाति की तरह धर्म का मसला भी ऐसा ही उलझा है। मेरा तात्पर्य रिलीजन से है, कर्त्तव्य से नहीं। हमें…
क्यों इस्लाम-ईसाई धर्म स्वीकार करने वाले दलित भी ‘दलित’ ही हैं
इस्लाम और ईसाई धर्म को मानने वाले दलितों के संवैधानिक अधिकारों के मसले पर बहुजन राजनीति के भीतर ‘साम्प्रदायिकता’ ने…
फेक केरल स्टोरी बनाम रियल गुजरात स्टोरी
फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ को लेकर जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। केरल उच्च न्यायालय में इसे…
हम हिन्दुस्तानी : जितना भी तुम समझोगे, होगी उतनी हैरानी!
हिन्दी के मशहूर कवि सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की एक बहुचर्चित और विचारोत्तेजक कविता है-‘देश कागज पर बना नक्शा नहीं होता’।…
महापर्व वसंत और तीन मुल्कों की सांझी संस्कृति
बेशक 1947 में देश का खूनी बंटवारा हुआ था और दो मुल्क हिंदुस्तान और पाकिस्तान वजूद में आए। बांग्लादेश बाद…
हिन्दू धर्म त्यागकर बौद्ध धर्म अंगीकार कर मैं बहुत प्रसन्न हूं: डॉ. अम्बेडकर
‘‘मैं आज बहुत ही प्रफुल्लित हूं। मैं जरूरत से ज्यादा प्रसन्न हूं। मैंने जिस क्षण हिन्दू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म…
स्पेशल स्टोरी: बिहार में संघ और भाजपा किस तरह हत्या को जातिगत हत्या बनाने की कोशिश कर रहे हैं?
पटना/सुपौल। मार्च 2022 में सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक मामूली घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा था…
हिंदुओं, अपने भीतर झांको
व्यक्ति हो, धर्म हो या राष्ट्र, जब अपनी कमियों को जानने-समझने और सुधारने का काम छोड़ कर दूसरों की कमियों…
हिन्दू राष्ट्र का संविधान; निकलना भेड़ियों का अपनी मांद से
इधर दिल्ली में लाल किले की प्राचीर से मोदी अपने भाषण में डॉ अम्बेडकर का नाम ले रहे थे, महिलाओं…