आजादी की अलख जगाती एक जरूरी किताब

सैंतालिस साल पहले भारत में लागू हुआ था आपातकाल। तब उसे लागू करने वाली सरकार ने 19 महीनों में ही…

मानवता की जीवंत प्रतिमूर्ति थे गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर

निर्विवाद रूप से यह यह स्वीकार्य है कि गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर एक विलक्षण प्रतिभा के धनी व्यक्ति थे। उनका व्यक्तित्व…

भारत से म्यांमार वापस भेजे गए रोहिंग्याओं का जीवन खतरे में: ह्यूमन राइट्स वॉच

न्यूयॉर्क। ह्यूमन राइट्स वॉच ने कहा है कि भारत सरकार द्वारा 22 मार्च, 2022 को एक नृजातीय रोहिंग्या महिला को…

कश्मीरी पत्रकार फहद शाह के अभी तक न छोड़े जाने पर ह्यूमन राइट्स वाच ने जतायी चिंता

भारत के जम्मू और कश्मीर में एक मजिस्ट्रेट ने प्रतिष्ठित कश्मीरी पत्रकार और संपादक फहद शाह की हिरासत को जम्मू…

पत्रकार किशोर ह्यूमन की गिरफ्तारी के खिलाफ संगठनों और शख्सियतों ने लिखा सीएम धामी को पत्र

देहरादून। स्वतंत्र पत्रकार किशोर ह्यूमन की गिरफ्तारी उत्तराखंड में बड़ा मुद्दा बन गयी है। न केवल पत्रकारिता जगत के लोग…

कश्मीर में पत्रकार शाह फहद की गिरफ्तारी पर ह्यूमन राइट्स वॉच की तीखी प्रतिक्रिया

न्यूयॉर्क/दिल्ली। ह्यूमन राइट्स वॉच ने कश्मीरी पत्रकार फहद शाह की गिफ्तारी को बेहद गंभीरता से लिया है और उसने इस…

भारत में लोगों के अधिकारों में भयानक कटौती; आलोचकों, मुसलमानों और संकटग्रस्त समूहों पर हमले बढ़े: ह्यूमन राइट्स वाच रिपोर्ट

न्यूयॉर्क। ह्यूमन राइट्स वॉच ने बुधवार को अपनी विश्व रिपोर्ट 2022 में कहा कि भारतीय सरकारी तंत्र ने 2021 में राजनीतिक रूप से प्रेरित…

धर्म परिवर्तन से नहीं होगा जाति समस्या का खात्मा: भगवान दास

(भगवान दास अम्बेडकरवाद और अनुसूचित जातियों के मानवाधिकारों के मुद्दे पर सबसे प्रतिष्ठित विद्वानों में से एक थे। व्यापक रूप…

राष्ट्रीय अल्पसंख्यक अधिकार दिवस विशेष: सिर्फ अधिकार ही नहीं अल्पसंख्यकों के वजूद पर संकट

वर्ष 2020 में कुछ जिज्ञासु शोधकर्ताओं ने यह जानने का प्रयास किया कि 2006 में आई सच्चर कमेटी की सिफारिशों…

अफ़स्पा की आड़ में मानवाधिकारों की ऐसी की तैसी

सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (अफ़स्पा) एक बार फिर चर्चा में है। चर्चा की वजह, एक दर्दनाक वाक़या है। नगालैंड में…