Tag: mahatma gandhi
गांधी के शिल्प में समाजवाद
यह कहने में कोई संकोच नहीं होना चाहिए कि भारत का समाजवादी आंदोलन कार्ल मार्क्स के चिंतन और अंतरराष्ट्रीय कम्युनिस्ट आंदोलन से प्रभावित रहा है। [more…]
स्वाधीनता संग्राम में बापू के योगदान की अनदेखी करने की कवायद
एरिक हॉब्सबॉम का प्रसिद्ध कथन है कि (सांप्रदायिक) राष्ट्रवाद के लिए इतिहास उतना ही महत्वपूर्ण है जितनी अफ़ीमची के लिए अफीम। हमारे देश में दक्षिणपंथ [more…]
नमक सत्याग्रह की आज प्रासंगिकता
जून 2024 लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद, आमजन ने राहत की जो सांस ली, अब छः महीने बाद लगता है कि कुछ जल्दी ही और [more…]
गांधी हमेशा सच बोलते थे और मोदी हमेशा झूठ बोलते हैं: विद्याधर मास्टर
वाराणसी। आज सत्याग्रह के 95 वें दिन उपवास पर कुशल मजदूर और राजमिस्त्री सोती राजभर और महाराष्ट के गोंदिया जिले से कैलाश मते बैठे हैं। [more…]
हिन्दू त्योहारों के बहाने हिंसा और नफरत फ़ैलाने की कोशिश
सांप्रदायिक हिंसा भारतीय समाज के लिए एक अभिशाप है। पूर्व-औपनिवेशिक काल में कभी-कभी ही नस्लीय विवाद हुआ करते थे, लेकिन अंग्रेजों के आगमन के बाद [more…]
नागरिक समाज चुनाव परिणाम को परखे और चुनौती स्वीकार करे
भारत की राजनीति में यह उथल-पुथल का दौर है। 2014 में जिस निश्चित राजनीतिक स्थिरता को लेकर भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयं-सेवक संघ आत्म-मुग्ध [more…]
गांधी जयंती विशेष: गांधी दलितों के प्रति ‘कृपालु-दयालु’ सवर्ण मानसिकता के प्रतिनिधि व्यक्तित्व
दलितों के प्रति मानसिकता के मामले में अभी तक तीन तरह के द्विज-सवर्ण हुए और आज भी हैं। पहले वे जो यह मानते रहे हैं [more…]
गांधी जयंती विशेष: जब गांधी ने 125 वर्ष तक जीने की इच्छा त्याग दी थी!
इस समय जब पूरी दुनिया महात्मा गांधी की ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रही है और उनके विचारों की प्रासंगिकता पहले से कहीं ज्यादा [more…]
गांधी जयंती विशेष: बापू से आज भी वे क्यों डरते हैं ?
कहा जाता है कि मानव मन हमेशा अपने गुनाहों से भयभीत रहता है जबकि इसके विपरीत निडरता से वही बोल सकता है जिसने गुनाह नहीं [more…]
आरएसएस ने कभी भी गांधी और गांधी विचार को पसंद नहीं किया: ईश्वर चंद्र
वाराणसी। न्याय के दीप जलाएं- 100 दिनी सत्याग्रह आज 19 सितंबर 2024 को अपने नौवें दिन में प्रवेश कर गया। सत्याग्रह का प्रारंभ सुबह 6:00 [more…]