स्वाधीनता संग्राम में बापू के योगदान की अनदेखी करने की कवायद
एरिक हॉब्सबॉम का प्रसिद्ध कथन है कि (सांप्रदायिक) राष्ट्रवाद के लिए इतिहास उतना ही महत्वपूर्ण है जितनी अफ़ीमची के लिए अफीम। हमारे देश में दक्षिणपंथ [more…]
एरिक हॉब्सबॉम का प्रसिद्ध कथन है कि (सांप्रदायिक) राष्ट्रवाद के लिए इतिहास उतना ही महत्वपूर्ण है जितनी अफ़ीमची के लिए अफीम। हमारे देश में दक्षिणपंथ [more…]
जून 2024 लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद, आमजन ने राहत की जो सांस ली, अब छः महीने बाद लगता है कि कुछ जल्दी ही और [more…]
वाराणसी। आज सत्याग्रह के 95 वें दिन उपवास पर कुशल मजदूर और राजमिस्त्री सोती राजभर और महाराष्ट के गोंदिया जिले से कैलाश मते बैठे हैं। [more…]
सांप्रदायिक हिंसा भारतीय समाज के लिए एक अभिशाप है। पूर्व-औपनिवेशिक काल में कभी-कभी ही नस्लीय विवाद हुआ करते थे, लेकिन अंग्रेजों के आगमन के बाद [more…]
भारत की राजनीति में यह उथल-पुथल का दौर है। 2014 में जिस निश्चित राजनीतिक स्थिरता को लेकर भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयं-सेवक संघ आत्म-मुग्ध [more…]
दलितों के प्रति मानसिकता के मामले में अभी तक तीन तरह के द्विज-सवर्ण हुए और आज भी हैं। पहले वे जो यह मानते रहे हैं [more…]
इस समय जब पूरी दुनिया महात्मा गांधी की ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रही है और उनके विचारों की प्रासंगिकता पहले से कहीं ज्यादा [more…]
कहा जाता है कि मानव मन हमेशा अपने गुनाहों से भयभीत रहता है जबकि इसके विपरीत निडरता से वही बोल सकता है जिसने गुनाह नहीं [more…]
वाराणसी। न्याय के दीप जलाएं- 100 दिनी सत्याग्रह आज 19 सितंबर 2024 को अपने नौवें दिन में प्रवेश कर गया। सत्याग्रह का प्रारंभ सुबह 6:00 [more…]
एबीपी को 29 मई 2024 को दिए अपने एक साक्षात्कार में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, ‘‘क्या पिछले 75 सालों में हमारी यह जिम्मेदारी नहीं थी कि हम सारी दुनिया [more…]