भारत की संसद के पवित्र हॉल में, जहां कानून बनाये जाते हैं और नियति को आकार दिया जाता है, हमेशा…
राजनीति के भंवर में उलझी चीतों की मौत: चीता संरक्षण परियोजना प्रयोग या प्रयोगशाला?
2 अगस्त, 2023 को जब अखबारों में 9वें चीते की मौत की खबर आई, तो इस खबर से एक गंभीर सवाल…
विचारधाराओं का संघर्ष न हो तो राजनीति कैसी?
विचारधाराओं का द्वंद्व, इससे उत्पन्न होने वाला सच, इस सच से एक नई सिंथेसिस का जन्म और फिर से एक…
हेनरी डेविड थोरो जन्मदिन विशेष: सादगी हो, पर सियासत के नाम पर नहीं
सादगी दिवस की शुरुआत लेखक और दार्शनिक हेनरी डेविड थोरो के सम्मान में की गई थी। डेविड जीवन को सादगी…
अब पवार के पावर की आजमाइश
महाराष्ट्र में आज सुस्ताए से रविवार के दिन जो सियासी भूचाल आया और उसके झटके आगे भी होना लाज़मी है वह…
शोक की जगह शपथ का जश्न: राजनीति का यह क्रूर चेहरा है!
राजनीति कितनी क्रूर और बेशर्म हो गयी है। वह महाराष्ट्र की आज की घटना बताती है। मुंबई-नागपुर हाईवे पर हादसे…
प्रकाश सिंह बादल का देहांत, पंजाब की सियासत के एक युग का अंत
मंगलवार देर शाम सिख सियासत के एक युग का अंत हो गया। कुछ अरसे से बीमार चल रहे प्रकाश सिंह…
भगवान राम के सहारे विघटनकारी राजनीति चमकाने की कवायद
इस साल रामनवमी पर देश के कई हिस्सों में हिंसा हुई। इनमें शामिल हैं, हावड़ा, छत्रपति संभाजी नगर (जिसे पहले…
कांशीराम के राजनीतिक प्रयोग के मायने
पहचान व्यक्तित्व का एक ऐसा जरूरी हिस्सा है जो न सिर्फ हमारी लोकेशन को निर्धारित करता है बल्कि हमारे लिए…
‘उफ़! टू मच डेमोक्रेसी’: सादा ज़बान में विरोधाभासों से निकलता व्यंग्य
डॉ. द्रोण कुमार शर्मा का व्यंग्य-संग्रह ‘उफ़! टू मच डेमोक्रेसी’ गुलमोहर किताब से प्रकाशित हुआ है। वैसे तो ये व्यंग्य ‘न्यूज़क्लिक’ ई…