एक चुनौती है गरीब किसान-मजदूर की आत्महत्या

देश के दिहाड़ी मजदूरों की आत्महत्याओं के आंकड़े, उनकी दर्दनाक हालात बयान करते हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के हाल…

मोदी के नादान दोस्तों को नहीं पता कि वह क्या कह रहे हैं!

आज के ‘टेलिग्राफ’ में भाजपा के सांसद स्वपन दासगुप्ता ने अपने लेख के अंत में उपसंहार के तौर पर लिखा…

चाईबासा के गरीबों के राशन की लूट, जन सुनवाई में खुलासा

पिछले 13 जून 2022 को झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम अंतर्गत चाईबासा में कैनुवा गांव, टोंटो प्रखंड (पश्चिमी सिंहभूम) में खाद्य सुरक्षा…

आर्थिक सर्वे बताता है कि और चौड़ी होगी अमीरों और गरीबों के बीच की खाईं

आर्थिक सर्वेक्षण देश की अर्थव्यवस्था के स्वास्थ का लेखा जोखा पेश करता है। इसलिए सबकी निगाह उसी तरफ लगी रहती…

ऑक्सफैम-2022 रिपोर्ट के साये में देश का बजट

केंद्रीय बजट बनाने की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। इसी बीच ऑक्सफैम रिपोर्ट-2022 भी 17 जनवरी को हम सबके…

कोविड-19 ने चौड़ी कर दी है देश और समाज में असमानता की खाई

नव वर्ष आने के साथ कोविड-19 ने फिर से दस्तक देना शुरू कर दिया है। कोविड-19 तथा असमानता के बढ़ने…

कोविड काल में 80% बच्चों में सीखने में आयी कमी और 10 % बच्चे बन गए बाल श्रमिक: रिपोर्ट

भारत में कोरोना के कारण जनता कर्फ्यू के रूप में 22 मार्च 2020 को लॉकडाउन की शुरुआत हुई। इस लॉकडाउन…

आजादी के 70 साल बाद भी आबादी के बड़े हिस्से को नसीब नहीं हो पाया एक अदद आशियाना

आधी रात के समय बिहार के समस्तीपुर जिले की भागपुरा पंचायत के एक गांव चटोली के तालाब के पास कुछ…

महात्‍मा गांधी केंद्रीय विश्‍वविद्यालय मोतिहारी में आरक्षण का उड़ता मखौल

महात्‍मा गांधी दलितों को “हरिजन” कहते थे और पूना पैक्‍ट के वक्‍त उन्‍होंने अंबेडकर को भरसक विश्‍वास दिलाने का प्रयास…

आखिर गरीबों, दलितों और वंचितों पर कहर बनकर क्यों टूट पड़ती है पुलिस?

किसी बड़ी महामारी के बीत जाने के बाद, उससे जुड़े कुछ दृश्य और घटनाएं लोक-चेतना में स्थाई निवास बुन लेते…