Tag: Poor
एक चुनौती है गरीब किसान-मजदूर की आत्महत्या
देश के दिहाड़ी मजदूरों की आत्महत्याओं के आंकड़े, उनकी दर्दनाक हालात बयान करते हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के हाल ही में 2021 के जारी [more…]
मोदी के नादान दोस्तों को नहीं पता कि वह क्या कह रहे हैं!
आज के ‘टेलिग्राफ’ में भाजपा के सांसद स्वपन दासगुप्ता ने अपने लेख के अंत में उपसंहार के तौर पर लिखा है- “दरअसल, मोदी ‘ग़रीबों के [more…]
चाईबासा के गरीबों के राशन की लूट, जन सुनवाई में खुलासा
पिछले 13 जून 2022 को झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम अंतर्गत चाईबासा में कैनुवा गांव, टोंटो प्रखंड (पश्चिमी सिंहभूम) में खाद्य सुरक्षा जन अधिकार मंच, पश्चिमी सिंहभूम [more…]
आर्थिक सर्वे बताता है कि और चौड़ी होगी अमीरों और गरीबों के बीच की खाईं
आर्थिक सर्वेक्षण देश की अर्थव्यवस्था के स्वास्थ का लेखा जोखा पेश करता है। इसलिए सबकी निगाह उसी तरफ लगी रहती है। देश जिस राह में [more…]
ऑक्सफैम-2022 रिपोर्ट के साये में देश का बजट
केंद्रीय बजट बनाने की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। इसी बीच ऑक्सफैम रिपोर्ट-2022 भी 17 जनवरी को हम सबके समक्ष आ गई है। इसकी [more…]
कोविड-19 ने चौड़ी कर दी है देश और समाज में असमानता की खाई
नव वर्ष आने के साथ कोविड-19 ने फिर से दस्तक देना शुरू कर दिया है। कोविड-19 तथा असमानता के बढ़ने के बीच एक सीधा सम्बन्ध [more…]
कोविड काल में 80% बच्चों में सीखने में आयी कमी और 10 % बच्चे बन गए बाल श्रमिक: रिपोर्ट
भारत में कोरोना के कारण जनता कर्फ्यू के रूप में 22 मार्च 2020 को लॉकडाउन की शुरुआत हुई। इस लॉकडाउन के कारण सबसे अधिक शिक्षा [more…]
आजादी के 70 साल बाद भी आबादी के बड़े हिस्से को नसीब नहीं हो पाया एक अदद आशियाना
आधी रात के समय बिहार के समस्तीपुर जिले की भागपुरा पंचायत के एक गांव चटोली के तालाब के पास कुछ पचास लोग बड़ी ही व्याकुलता [more…]
महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी में आरक्षण का उड़ता मखौल
महात्मा गांधी दलितों को “हरिजन” कहते थे और पूना पैक्ट के वक्त उन्होंने अंबेडकर को भरसक विश्वास दिलाने का प्रयास किया था कि वे सवर्ण [more…]
आखिर गरीबों, दलितों और वंचितों पर कहर बनकर क्यों टूट पड़ती है पुलिस?
किसी बड़ी महामारी के बीत जाने के बाद, उससे जुड़े कुछ दृश्य और घटनाएं लोक-चेतना में स्थाई निवास बुन लेते हैं। कोरोना की दो लहरों [more…]