Saturday, April 27, 2024

Poor

‘राष्ट्र’ या ‘महानता’ के संकल्पों में नहीं, कल-कारखानों और खेत-खलिहानों में बसता है देश

1970 में अपनी पहली छपी किताब ‘लोह कथा’ की पहली कविता ‘भारत’ में पाश ने लिखा था:  भारत- मेरे सत्कार का सबसे महान शब्द  जहाँ कहीं भी इस्तेमाल किया जाए  बाकी सब शब्द अर्थहीन हो जाते हैं  इस शब्द के भाव  खेतों के उन पुत्रों...

इस देश में गरीब भी रहते हैं सरकार

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए किए गए लॉक डाउन के कारण भुखमरी और पलायन झेल रहे गरीबों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से 26 मार्च 2020 को 1.7 लाख करोड़ के पैकेज...

कोविड-19 और मोदी का लॉकडाउन : चारों ओर अफरा-तफरी, प्‍लानिंग कहीं नहीं

लगभग तीन हफ्ते पहले जब विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने कोविड-19 को वैश्विक महामारी घोषित किया तब से ही इस हत्‍यारे वायरस का प्रकोप दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा है। इस महामारी का शुरुआती केन्‍द्र चीन था लेकिन...

सरकार अमीरों को मुफ्त में जहाज से घर पहुंचा आई और गरीब पैदल यात्रा पर

एक तिहाई आबादी सदा पाखंड यात्राओं और पाखंड के अड्डों पर भटकती रही। लाख समझाओ मगर बुद्धिहीनों की भीड़ कहां समझने वाली है। हर प्राकृतिक आपदा के समय लुटेरे मुनाफाखोरी, कालाबाजारी पर उतर जाते हैं और धर्मखोर हालात सुधरने...

आर्थिक पैकेज के नाम पर झुनझुना

देश के तमाम आर्थिक वर्गों में से ज्यादातर के लिए इस पैकेज में नहीं है कुछ केंद्र के हर फैसले के बाद यह सोचने की मजबूरी होती है कि आखिर सरकार के आर्थिक नीति निर्धारकों को भारत की वास्तविक दशा-...

ग्राउंड रिपोर्टः एनआरसी मुसलमानों से ज्यादा दलितों-गरीबों के खिलाफ

फैजाबाद जिले की तहसील रुदौली का एक गांव है बिबियापुर। यह गांव फैजाबाद और राजधानी लखनऊ के ठीक बीच में पड़ता है। लखनऊ-फैजाबाद रोड से तकरीबन पांच किलोमीटर अंदर। यह गांव मिश्रित आबादी वाला है। मुसलमानों के साथ ही...

भगत सिंह का भारत चाहिए या माफीवीर सावरकर का, नौजवानों को करना होगा फैसला

देश के नौजवानों के नाम खुला पत्र प्यारे नौजवान साथियों,आज हमारा प्यारा मुल्क बहुत ही नाजुक दौर से गुजर रहा है। पूरे देश में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। एक चिंगारी से पूरा मुल्क जलने के लिए तैयार बैठा...

2011 के सामाजिक आर्थिक एवं जातीय जनगणना में नाम नहीं, तो एनआरसी कहां से

बच्चों के खेलने के मैदान में एक किनारे एक आदमी ईंट को सजाकर बनाए हुए चुल्हे पर देगची चढ़ाए हुए था। आस-पास की झाड़ियों को तोड़कर जलावन बनाकर चूल्हे में जला रहा था। उसके बगल में कुछ कपड़े समेट...

Latest News

ग्राउंड रिपोर्ट: किसानों की जरूरत और पराली संकट का समाधान

मुजफ्फरपुर। “हम लोग बहुत मजबूर हैं, समयानुसार खेतों की जुताई-बुआई करनी पड़ती है। खेतों में सिंचाई तो स्वयं कर...