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राज्य

आरजी कर अस्पताल बलात्कार और हत्या मामला: प्रतिरोध, विवाद और पुनर्विचार

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9 अगस्त 2024, कोलकाता के आर जी कर अस्पताल में एक महिला डॉक्टर का बलात्कार कर उसे मार दिया गया। साक्ष्य अभी तक जिस दिशा [more…]

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बीच बहस

फासीवाद को सबसे बड़ा खतरा कला से लगता है: मयंक सक्सेना

(कवि, पटकथा लेखक, पत्रकार और एक्टिविस्ट मयंक सक्सेना का आज निधन हो गया। उन्हें अस्थमा की बीमारी थी। इस बीच डॉक्टर ने उन्हें हार्ट का [more…]

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बीच बहस

अरुंधति रॉय: हमेशा सत्ता से टकराता रहेगा प्रतिरोध

विश्वविख्यात प्रतिरोध की प्रतीक लेखिका अरुंधति रॉय के ख़िलाफ़ केस चलेगा या नहीं, वे दण्डित होंगी या नहीं, इसका फैसला तो न्यायिक प्रक्रिया से ही [more…]

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संस्कृति-समाज

फैज़ अहमद फैज़ की कविता और प्रेम, देह, प्रतिरोध पर एक नज़रिया

‘मुझसे पहली सी मोहब्बत मिरी महबूब न मांग’  फैज़ अहमद फैज़ की बेहद मशहूर नज़्म, इतनी मशहूर कि कुछ लोग इसे ‘कालजयी’ रचना कहते हैं, [more…]

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राज्य

गांधी विद्या संस्थान की जमीन हड़पने के विरोध में 17 जून को प्रतिरोध सम्मेलन

वाराणसी। गांधी विद्या संस्थान और सर्व सेवा संघ की जमीन और भवन पर कब्जा कर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र को सौंपने के विरोध में [more…]

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ज़रूरी ख़बर

अमृत महोत्सव के दौर में प्रतिरोध : प्रलेस का दो दिवसीय आयोजन

दिल्ली। ‘अमृत महोत्सव के दौर में प्रतिरोध’ आज के दौर में बेहद महत्वपूर्ण और विचारोत्तेजक विषय पर प्रगतिशील लेखक संघ की दिल्ली इकाई 8 और [more…]

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बीच बहस

सामाजिक कार्यकर्ताओं, पत्रकारों और फिल्मकारों की गिरफ्तारी और दमन के खिलाफ जगह-जगह प्रतिरोध

वाराणसी/रांची। 19 जुलाई 2022 को बीएचयू के मुख्य द्वार लंका गेट पर बनारस के तमाम संगठनों ने स्वतंत्र पत्रकार रूपेश कुमार सिंह और एक्टिविस्ट हिमांशु [more…]

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ज़रूरी ख़बर

झारखंड: माओवादियों ने प्रतिरोध दिवस के तहत उड़ाए दो मोबाइल टावर व एक पुल

भाकपा माओवादी संगठन ने अपने केंद्रीय कमेटी सदस्य का. प्रशांत बोस तथा पत्नी एवं पार्टी की केंद्रीय कमेटी सदस्या शीला मरांडी की गिरफ्तारी व जेल [more…]

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संस्कृति-समाज

जयंती पर विशेष: हर तरह का पाखंड बना देवताले की कलम का निशाना

हिंदी साहित्य में साठ के दशक में नई कविता का जो आंदोलन चला, चंद्रकांत देवताले इस आंदोलन के एक प्रमुख कवि थे। गजानन माधव मुक्तिबोध, [more…]

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बीच बहस

रंज यही है बुद्धिजीवियों को भी कि राहत के जाने का इतना ग़म क्यों है!

अपनी विद्वता के ‘आइवरी टावर्स’ में बैठे कवि-बुद्धिजीवी जो भी समझें, पर सच यही है, इत्ते बड़े मुल्क में, एक सीधी सी बात को ऐसे [more…]