दर्शन अपने आप में अति व्यापक और गूढ़ शब्द है। दुनिया भर में दर्शन और फिलॉस्फी को अपने-अपने ढंग से…
राजनीति की धमनियों में है युवा खून की दरकार
यदि कोई बीमार है, पचास तरह की बीमारियां हैं, जुकाम से लेकर सारे शरीर में दर्द, दिल भी खराब, जिगर…
कार्यपालिका कर रही है न्यायिक आदेशों की अनदेखी
जस्टिस डिलीवरी सिस्टम की स्थिति बहुत गम्भीर है। बात सिर्फ आलोचना की नहीं है बल्कि न्यायपालिका के शीर्ष पर बैठे…
देश को भुखमरी के रास्ते पर ले जाएंगे ने नए कृषि कानून!
क्या नए कृषि कानून केवल किसानों के लिए अहितकर हैं? शेष जनता का या कम से कम देश की आधी…
राइट टु हेल्थ मौलिक अधिकार, सरकार सस्ते इलाज की व्यवस्था करे: सुप्रीम कोर्ट
उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को ऐतिहासिक टिप्पणी करते हुए स्वास्थ्य को मौलिक अधिकार बताया। भारत के संविधान के अनुच्छेद 21…
किताब ‘कैदखाने का आईना’: जेल में भ्रष्टाचार ही सिस्टम है
स्वतंत्र पत्रकार और लेखक रूपेश कुमार सिंह 7 जून, 2019 से 5 दिसंबर, 2019 तक बिहार की दो जेलों में…
“न्यायतंत्र भारत से विदा हो चुका है”
(कहा जाता है कि किसी चीज को नापने का सबसे बड़ा पैमाना जनमत होता है। और लोकतंत्र में वैसे भी…
कोविड के कहर पर भारी पड़ीं समाजवादी व्यवस्थाएं
सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष एक याचिका दायर की गई है, जो संविधान की प्रस्तावना से ‘समाजवादी’ और ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्दों को…
मंत्रियों के लिए काल बने कोरोना के सामने आम आदमी की क्या बिसात!
नीतीश कुमार कैबिनेट के दूसरे साथी कपिलदेव कामत की कल गुरुवार देर रात डेढ़ बजे कोविड-19 से मौत हो गई। …
पुण्यतिथि पर विशेषः अंदरूनी अत्याचारियों से विद्रोह चाहते थे लोहिया
अगर माखनलाल चतुर्वेदी एक भारतीय आत्मा थे तो डॉ. राममनोहर लोहिया एक बेचैन भारतीय आत्मा थे। वे चाहते थे कि…