1 जून यानी आज 2020 को ‘गुलामगिरी’ पुस्तक के 147 वर्ष पूरे हो रहे हैं। यह महात्मा ज्योतिबा फुले (11…
आखिर भारत में क्यों नहीं होता जातीय भेद और ब्राह्मणवादी वर्चस्व के खिलाफ अमेरिका जैसा प्रतिरोध?
अमेरिका की तस्वीरें अखबारों और सोशल मीडिया पर पूरी दुनिया ने देखी हैं। निजी तौर पर अमेरिका और उसका कथित…
कोरोना आपदा, हमारा स्वास्थ्य ढांचा और तालाबंदी
30 जनवरी को जब केरल में पहला कोविड 19 का केस मिला था, तब बहुतों को इस बात का अंदाज़ा…
कोरोना ने खोल दी सत्ता और व्यवस्था की कलई
कोरोना के बाद दुनिया की व्यवस्था नया स्वरूप लेगी। हर देश में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। क्या हम भारतीय…
सिस्टम की ख़राबी के चलते बस्तर में नहीं बिका 300 परिवारों का धान, लॉकडाउन में अब पाई-पाई को मोहताज
बस्तर। सरकार के सिस्टम की खराबी के चलते सवंतीन अपना धान नहीं बेच पाईं। उनके पास लगभग 2 लाख रूपये…
कोरोना वायरस से आतंकित नहीं है, लेकिन सतर्क भी नहीं है दिल्ली
12 बज रहे हैं। अक्षरधाम से आगे निकल कर रिंग रोड की तरफ़ बाएं मुड़ते ही ट्रैफिक जाम से सामना…
झारखंड में भूख और गरीबी से एक और मौत
झारखंड में भूख और गरीबी से हो रही मौतें जारी है। सरकार बदल गई, लेकिन जनता के प्रति प्रशासनिक अफसरों…
लखनऊ पुलिस पर है देश भर की नज़र
लखनऊ पुलिस पर वैसे भी सबकी नजर रहती है, पर अब और रहेगी। एक तो राजधानी की पुलिस होने के…
उन्नाव गैंगरेप हादसा: डरावना है भारतीय न्याय व्यवस्था का यह चेहरा
सत्ता के बड़े रसूखदार द्वारा सरकार के संरक्षण में समूची न्याय व्यवस्था को निर्ममता से कुचल डालना अगर हादसे की…