सत्रहवीं लोकसभा का गठन हुए 16 महीने हो चुके हैं। यानी उसका एक चौथाई कार्यकाल बीत गया है। इस बीच उसके चार सत्र भी संपन्न हो चुके हैं। चारों सत्रों के बारे में सरकार की ओर से दावा किया...
प्रख्यात विद्वान और 22 भारतीय भाषाओं की लोक-कथाओं का संकलन और संपादन करने वाले एके रामानुजन ने लोक साहित्य को कुछ यूं व्याखायित किया है: “लोक साहित्य भारतीय पिरामिड का वह आधार है जिस पर शेष समस्त भारतीय साहित्य...
विश्व आदिवासी दिवस मनाने की शुरुआत 1994 से यानी 26 वर्ष पहले शुरू हुई थी। इसके बावजूद झारखंड के रांची में तमाम आदिवासी इससे अनभिज्ञ हैं। उन्हें नहीं पता कि यह दिवस भी मनाया जाता या क्यों मनाया जाता...
ब्राह्मणोऽस्य मुखमासीद्वाहू राजन्य: कृत:।
उरू तदस्य यद्वैश्य: पद्भयां शूद्रो अजायत॥
(पुरुष सूक्त ऋग्वेद संहिता के दसवें मण्डल का एक प्रमुख सूक्त यानि मंत्र संग्रह (10.90) है, जिसमें एक विराट पुरुष की चर्चा हुई और जिसमें कहा गया...
दिल्ली के सोमांश सैनी नास्तिक हैं और वो एनआरसी-सीएए के खिलाफ़ प्रोटेस्ट कर रहे हैं। सोमांश का कहना है कि एनआरसी में जो नास्तिक माइनारिटी बाहर छूट जाएंगे वो नागरिक कानून-2019 की धार्मिक खांचेबंदी के चलते वापस भारत की...
सूरत। धर्म, धार्मिक मान्यताओं और परंपराओं के पालन के मामले में गुजरात
दूसरे सूबों के मुकाबले मीलों आगे खड़ा रहता है। वह समाज हो या कि राजनीति उसका हर
जगह असर देखा जा सकता है। समाज में धर्म की पैठ के...