जो शुरू हुआ वह खत्म भी होगा: युद्ध हो, हिंसा या कि अंधेरा

कुरुक्षेत्र में 18 दिन की कठिन लड़ाई खत्म हो चुकी थी। इस जमीन पर अब मेरी भूमिका रह गई थी।…

राष्ट्रवाद के साथ धर्म भी बन गया है धूर्तों के चेहरे का मुखौटा!

जिस किसी ने भी कहा था कि राष्ट्रवाद धूर्तों की आख़िरी पनाहगाह है, उसे उस दूसरी चोर गुफा का अंदाजा…

लद्दाख में मोदीः खोल से बाहर नहीं निकलने की जिद

लोगोें का यह पूछना लाजिमी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी लद्दाख यात्रा से क्या संदेश दिया है? वह…

चीनी घुसपैठ क्या हमारी खुफिया एजेंसियों की नाकामी नहीं है ?

लद्दाख की पैंगांग झील और गलवान घाटी में घुसपैठ मई महीने के अंत तक होने लगी थी और जून के…

उपन्यास ‘एक गधा नेफा में’: सरहदें खींचना आसान, सरहदें मिटाना-मिलाना सबसे मुश्किल

कृश्न चंदर एक बेहतरीन अफसानानिगार के अलावा एक बेदार दानिश्वर भी थे। मुल्क के हालात-ए-हाजरा पर हमेशा उनकी गहरी नज़र…

भाजपा और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी में संबंध: कहां मयखाने का दरवाजा और कहां वाइज ग़ालिब !

भारत-चीन के बीच तनाव का दौर जारी है। दोनों देशों के बीच 1962 में एक बार जंग हो चुकी है।…

चीन पर नेहरू को कटघरे में खड़ा करने वाले क्या पंडित दीनदयाल भी थे ‘राष्ट्र विरोधी’?

यदि गलवान घाटी में हुए खूनी झड़प के बारे में केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार से सवाल कर विपक्ष ने…

संकट काल में ही होती है नेतृत्व की पहचान

अब आज की ताज़ी खबर यह है कि भारत और चीन के बीच लद्दाख में चल रहे सीमा विवाद पर…

पुण्यतिथि पर विशेष: सियासतदानों के भी चहेते थे शो मैन

राज कपूर की फिल्म ‘आवारा’ 1951 में प्रदर्शित हुई थी। देश में नेहरूवादी युग की बयार थी और दुनिया के…

अमेरिका और चीन के बीच में भारत

लद्दाख में चीनी सैनिकों की दादागीरी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का अपुष्ट दावा कि उनकी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र…